
ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच ईरान ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। ईरानी सरकारी मीडिया और तस्नीम न्यूज एजेंसी के अनुसार, ईरान ने दो इजरायली F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। बताया गया कि ये विमान ईरानी हवाई क्षेत्र में दाखिल हुए थे, तभी ईरान की एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें निशाना बनाकर गिरा दिया।
महिला पायलट को किया गया गिरफ्तार
ईरान का दावा है कि इन दो विमानों में से एक से एक महिला पायलट पैराशूट के जरिए नीचे उतरी, जिसे बाद में ईरानी सेना ने हिरासत में ले लिया। हालांकि अभी तक उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है।
इजरायल ने किया खंडन
दूसरी तरफ, इजरायल ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के प्रवक्ता कर्नल अवीचाय अदराई ने कहा कि ईरानी मीडिया झूठा प्रचार कर रही है और इस तरह की खबरों का कोई आधार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल के सभी लड़ाकू विमान सुरक्षित अपने ठिकानों पर लौट आए हैं।
कैसे बढ़ा तनाव?
इस पूरी घटना की पृष्ठभूमि में 13 जून 2025 को हुआ बड़ा हमला है। इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर जोरदार हमले किए थे। इस ऑपरेशन में इजरायल ने करीब 200 विमानों का इस्तेमाल कर 100 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया।
इन हमलों में ईरान के चार शीर्ष सैन्य अधिकारी, छह परमाणु वैज्ञानिक और 78 नागरिकों की मौत हो गई थी।
ईरान का जवाबी हमला
इसके जवाब में ईरान ने भी पीछे हटने के बजाय इजरायल पर हमला किया। ईरान ने दावा किया कि उसने इजरायल के तेल अवीव, यरूशलम और अन्य शहरों पर 100 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन दागे। इसी दौरान दो F-35 विमान और कई ड्रोन गिराने का दावा सामने आया।
नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं
ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनेई ने एक टीवी भाषण में कहा, “इजरायल ने युद्ध की शुरुआत की है, अब उसे इसका अंजाम भुगतना होगा। हमारी सेना हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देगी।”
वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरानी जनता से अपील की कि वे अपने शासन के खिलाफ खड़े हों और आज़ादी के लिए आवाज़ उठाएं। उन्होंने कहा कि इजरायल की लड़ाई सिर्फ दुश्मन की सेना से नहीं, बल्कि एक तानाशाही शासन से है।
हालात बेहद गंभीर
फिलहाल हालात बेहद तनावपूर्ण हैं और दोनों देशों के बीच सीधी टक्कर के आसार बढ़ते जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहा है, लेकिन ज़मीन पर स्थिति दिन-ब-दिन और विस्फोटक बनती जा रही है।