
इजरायली सेना ने सोमवार (17 मार्च) को सीरिया, गाजा और लेबनान में बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इन हमलों में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिससे कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है। इसके अलावा, 19 लोग घायल हुए हैं।
सीरिया में हमला: सैन्य ठिकाने बने निशाना
इजरायल ने सीरिया के डेरा प्रांत और दमिश्क में हवाई हमले किए। इन हमलों में पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद समर्थक सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इजरायली सेना के मुताबिक, उन्होंने कमांड सेंटर और हथियार डिपो पर हमला किया। डेरा प्रांत में कई सैन्य ठिकाने पूरी तरह तबाह हो गए। इजरायली सेना ने साफ कहा कि दक्षिणी सीरिया में किसी भी सैन्य खतरे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आगे भी ऐसी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
गाजा और लेबनान पर हमला
इजरायल ने गाजा पट्टी और लेबनान में भी हवाई हमले किए। गाजा में बुरेज शरणार्थी शिविर के पास इजरायली सेना ने विस्फोटक लगाने की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को मारने का दावा किया। इनमें 52 वर्षीय व्यक्ति और उसका 16 वर्षीय भतीजा शामिल था।
लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकाने निशाने पर
इजरायली सेना ने लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों को भी निशाना बनाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायली हमले में लेबनान के योहमोर शहर में हिज़बुल्लाह के दो सदस्य मारे गए और दो अन्य घायल हो गए। इसके अलावा, इजरायली सेना ने अन्य ठिकानों पर भी बमबारी की, लेकिन उनके स्थान का खुलासा नहीं किया।
युद्धविराम का उल्लंघन?
गाजा और लेबनान में युद्धविराम लागू है, लेकिन इसके बावजूद इजरायल और हिज़बुल्लाह एक-दूसरे पर समझौते के उल्लंघन के आरोप लगा रहे हैं। गाजा में युद्ध विराम के बाद भी इजरायली हमलों में कई फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
इजरायल का दावा: आतंकियों की साजिश नाकाम
इजरायली सेना का कहना है कि ये सभी हमले आतंकियों की साजिशों को विफल करने के लिए किए गए थे। इजरायल को शक है कि सीरिया और लेबनान में हिज़बुल्लाह और अन्य आतंकी संगठनों के ठिकाने मजबूत हो रहे हैं, जिससे उनके देश को खतरा हो सकता है।
स्थिति गंभीर, तनाव बढ़ा
इन हमलों के बाद मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया है। सीरिया और लेबनान ने इजरायली हमलों की निंदा की है, जबकि इजरायल ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा।
अब यह देखना होगा कि इन हमलों के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या प्रतिक्रिया आती है और क्या इस क्षेत्र में तनाव और बढ़ेगा या बातचीत से कोई हल निकलेगा।