
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार के उस फैसले का कड़ा विरोध किया है, जिसमें अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को लेकर आ रहे विमान को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतारने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने इसे पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की साजिश करार दिया और कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है।
क्यों सिर्फ अमृतसर ही?
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सवाल उठाया कि जब भारत में सैकड़ों हवाई अड्डे हैं, तो केवल अमृतसर को ही क्यों चुना गया? उन्होंने कहा कि पंजाब देश के लिए सबसे अधिक अनाज पैदा करता है और इसे भारत की ढाल (खड़गभुजा) कहा जाता है, लेकिन केंद्र सरकार इसे बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही।
भगवंत मान ने कहा कि अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों का मामला सिर्फ पंजाब का नहीं, बल्कि पूरे देश का मुद्दा है। फिर भी विशेष रूप से पंजाबियों को ही निशाना बनाया जा रहा है, जिससे यह आभास हो कि अवैध प्रवास की समस्या सिर्फ पंजाब में ही है।
पहले भी आए थे ऐसे विमान
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले भी ऐसा ही एक विमान अमृतसर उतरा था और अब दो और विमानों को यहां उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को पहले ही विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के सामने उठाया था, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
उन्होंने चिंता जताई कि अमृतसर पाकिस्तान सीमा से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है, फिर भी अमेरिका का एक सैन्य विमान यहां उतारा जा रहा है। यह कई सवाल खड़े करता है।
जब अन्य विमानों को दूसरे एयरपोर्ट पर उतारा जा सकता है, तो यह क्यों नहीं?
भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जब बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर आने वाला विमान हिंडन एयरबेस पर उतर सकता है, और राफेल लड़ाकू विमान अंबाला में उतर सकता है, तो डिपोर्ट किए गए भारतीयों को लाने वाला विमान किसी अन्य हवाई अड्डे पर क्यों नहीं उतारा जा सकता?
क्या मोदी सरकार पंजाबियों को पसंद नहीं करती?
भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी पंजाबियों से नफरत करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सबसे ज्यादा बलिदान पंजाबियों ने दिया, लेकिन आज उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भारतीयों के अधिकारों की रक्षा करने में पूरी तरह असफल रही है। जिस समय मोदी अपने दोस्त डोनाल्ड ट्रंप के साथ मंच साझा कर रहे थे, उसी समय जंजीरों में जकड़े भारतीयों को सैन्य विमान से वापस भेजा जा रहा था।
डिपोर्टेड भारतीयों को सम्मानजनक वापसी मिलनी चाहिए थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भारतीय अमेरिका से लौट रहे हैं, उनकी इज्जत के साथ वापसी होनी चाहिए थी। सरकार को खुद का विमान भेजकर उन्हें सम्मान के साथ वापस लाना चाहिए था। लेकिन इसके बजाय, केंद्र सरकार ने उन्हें जलील किया है, जो बिल्कुल गलत है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के युवा बेरोजगारी और केंद्र की गलत नीतियों के कारण विदेशों में जाने को मजबूर हैं। ऐसे में जब वे लौटते हैं, तो उन्हें अपनाने के बजाय केंद्र सरकार उन्हें बदनाम करने में लगी हुई है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का आरोप है कि केंद्र सरकार सिर्फ पंजाब को टारगेट कर रही है और पंजाब की अंतरराष्ट्रीय छवि खराब करने की साजिश रच रही है। उन्होंने मांग की कि पंजाबियों को बदनाम करने की इस साजिश को रोका जाए और डिपोर्टेड भारतीयों को सम्मानजनक तरीके से वापस लाया जाए।
उन्होंने साफ कहा कि पंजाब सरकार अपने लोगों के सम्मान के लिए हमेशा खड़ी रहेगी और केंद्र सरकार की गलत नीतियों का विरोध जारी रहेगा।