
पंजाब सरकार ने जसवीर सिंह गढ़ी को अनुसूचित जाति आयोग, पंजाब का चेयरमैन नियुक्त किया है। यह नियुक्ति सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण और अल्पसंख्यक विभाग की ओर से जारी पत्र के जरिए की गई। जसवीर सिंह गढ़ी पंजाब के दलित समुदाय के एक प्रभावशाली नेता हैं और लंबे समय से समाज सेवा और राजनीति में सक्रिय हैं।
आम आदमी पार्टी से नया सफर शुरू
नए साल की शुरुआत में जसवीर सिंह गढ़ी आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हुए। इससे पहले, वे बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पंजाब अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने BSP को पंजाब में मजबूत करने के लिए लगातार 6 साल तक काम किया और उनकी मेहनत का ही नतीजा था कि 25 साल बाद BSP ने नवांशहर से विधानसभा सीट जीती।
दिल्ली चुनाव में निभाई अहम भूमिका
दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी के लिए बतौर वॉलंटियर काम किया। उन्होंने सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जाकर प्रचार किया, जिससे AAP को जीत हासिल हुई। उनकी इस मेहनत को देखते हुए पार्टी ने उन्हें पंजाब में भी अहम जिम्मेदारी दी है।
दलितों और गरीबों के लिए संघर्ष
जसवीर सिंह गढ़ी हमेशा दलितों और गरीबों के हक के लिए आवाज उठाते रहे हैं। उन्होंने अन्याय और शोषण के खिलाफ कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। वे दलित समुदाय के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत हैं और इसीलिए उन्हें SC आयोग के चेयरमैन पद की जिम्मेदारी सौंपी गई।
नए पद पर क्या उम्मीदें?
अब जब वे अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन बने हैं, तो उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे दलित समुदाय के अधिकारों की रक्षा करेंगे और उनके विकास के लिए ठोस कदम उठाएंगे। उनकी नियुक्ति को AAP सरकार का दलितों के प्रति सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
जसवीर सिंह गढ़ी की यह नई जिम्मेदारी पंजाब के दलित और कमजोर वर्गों के हक में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। उनकी राजनीतिक और सामाजिक सक्रियता को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वे अनुसूचित जाति समुदाय के लिए नई नीतियां बनाएंगे और उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे।