अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में वार्षिक दिवाली समारोह का आयोजन किया, जिसमें 600 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस आयोजन में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के कई प्रभावशाली लोग शामिल थे, जिनमें कांग्रेस सांसद श्री थानेदार, अमेरिकी सर्जन जनरल वाइस एडमिरल विवेक एच. मूर्ति और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रथम उप-प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ शामिल थीं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने एक रिकॉर्डेड वीडियो संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने दिवाली की शुभकामनाएं दीं। इंडिया टुडे के पत्रकार रोहित शर्मा भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे और उन्होंने श्री थानेदार, गीता गोपीनाथ जैसे प्रमुख लोगों से बातचीत की।
राष्ट्रपति बाइडेन ने व्हाइट हाउस में दिवाली मनाने की परंपरा को जारी रखते हुए इसे एक विशेष सम्मान का अवसर बताया। उन्होंने अपने भाषण में विविधता की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में व्हाइट हाउस में सबसे बड़े दिवाली आयोजन की मेजबानी कर गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, “मुझे इस बात का गर्व है कि मेरे स्टाफ में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और डॉ. विवेक मूर्ति जैसे लोग हैं, जो अमेरिका की विविधता को प्रदर्शित करते हैं।”
इस कार्यक्रम में एक अनोखी बात यह रही कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन इस बार इसमें शामिल नहीं हो सकीं। राष्ट्रपति बाइडेन ने बताया कि जिल बाइडेन इस आयोजन में आना चाहती थीं, लेकिन वह उस समय विस्कॉन्सिन की यात्रा पर थीं। इसी तरह, कमला हैरिस अपने कैंपेन में व्यस्त थीं। बाइडेन ने बताया, “मैंने कमला को कई कारणों से अपने साथी के रूप में चुना है। वह अत्यंत बुद्धिमान हैं और उन पर विश्वास किया जा सकता है।”
बाइडेन ने दक्षिण एशियाई अमेरिकी समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह समुदाय न केवल अमेरिकी जीवन के हर पहलू को समृद्ध करता है, बल्कि यह अमेरिका के सबसे तेजी से बढ़ते और सबसे सक्रिय समुदायों में से एक है। उन्होंने कहा कि आज के समय में व्हाइट हाउस में दिवाली गर्व के साथ मनाई जाती है, और यह बात दर्शाती है कि अमेरिका के समाज में विविधता और समावेशिता के मूलभूत सिद्धांतों की कितनी अहमियत है। इसके बाद बाइडेन ने एक दीया जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और अमेरिकी समाज में दक्षिण एशियाई समुदाय के योगदान को सराहा।
इस आयोजन में आए भारतीय-अमेरिकियों के लिए यह पल गौरवपूर्ण रहा, क्योंकि दिवाली जैसे प्रमुख भारतीय पर्व को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मान्यता और सम्मान दिया गया। व्हाइट हाउस में दिवाली का जश्न मनाना यह दर्शाता है कि किस प्रकार भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने अपने योगदानों से अमेरिकी समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।
बाइडेन ने कहा कि यह पहल अमेरिका और भारत के मजबूत संबंधों का प्रतीक है और यह साझा सांस्कृतिक धरोहर को मनाने का भी अवसर है। उन्होंने अपने संदेश में भारतीय मूल के अमेरिकियों की समर्पित भूमिका की प्रशंसा करते हुए बताया कि यह समुदाय अमेरिका को समृद्ध बना रहा है।