आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कानून-व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली अब गैंगस्टरों द्वारा चलाई जा रही है और यह राज्य की कानून-व्यवस्था के हालात पर गंभीर चिंता का विषय है। केजरीवाल ने यह बयान दिल्ली विधानसभा के सत्र के दौरान दिया और केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर जवाब मांगा।
दिल्ली में अपराधों का बढ़ता ग्राफ
केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में रोजाना खुलेआम गोलीबारी हो रही है। ऐसा लगता है कि दिल्ली को गैंगस्टरों ने चला लिया है।” उनका यह बयान दिल्ली में बढ़ते अपराधों, खासकर जबरन वसूली और हिंसक हमलों की घटनाओं के संदर्भ में था। उन्होंने कहा कि व्यापारी और दुकानदार जबरन वसूली के कॉलों के डर से परेशान हैं और इसके बाद उनकी दुकानों या शोरूम पर हिंसक हमले हो रहे हैं। यह स्थिति आम दिल्लीवासियों के लिए खतरनाक बन गई है और सुरक्षा का स्तर गिरता जा रहा है।
लॉरेंस बिश्नोई पर सवाल उठाए
दिल्ली में सक्रिय कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम लेते हुए केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि आखिर बिश्नोई कौन है और क्या उसे भारतीय जनता पार्टी (BJP) का संरक्षण प्राप्त है? केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बिश्नोई दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में जबरन वसूली का नेटवर्क चला रहा है और इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय की अनुमति से ही चलाया जा रहा है। केजरीवाल ने यह भी पूछा कि बिश्नोई के गिरोह के ऑपरेशन पर केंद्र सरकार की तरफ से कोई कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
अमित शाह पर आरोप
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था में घोर लापरवाही हो रही है। उन्होंने कहा, “अमित शाह को अब जाग जाना चाहिए, अन्यथा दिल्ली के लोगों के पास सुरक्षा की गुहार लगाने के लिए कोई नहीं बचेगा।” केजरीवाल ने यह भी बताया कि दिल्ली के लोग अब पुलिस और प्रशासन पर भरोसा खो रहे हैं, और उनकी स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए किसी और पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
विपक्ष का विरोध और विधानसभा की कार्यवाही
इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता को सदन से बाहर निकाल दिया, क्योंकि गुप्ता ने केजरीवाल पर हमला किया था। गुप्ता को निष्कासित किए जाने के बाद भाजपा के अन्य विधायक भी सदन से बाहर चले गए। इसके बावजूद केजरीवाल ने अपनी बात को मजबूती से रखा और दिल्लीवासियों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात कही।
केजरीवाल ने केंद्र सरकार से यह भी पूछा कि दिल्ली की बढ़ती आपराधिक घटनाओं और गैंगस्टरों के बढ़ते प्रभाव पर क्यों ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उनका कहना था कि अगर इस स्थिति पर जल्दी ही नियंत्रण नहीं पाया गया, तो दिल्लीवासी खुद को असुरक्षित महसूस करेंगे।
दिल्ली विधानसभा का यह सत्र खासा गर्माया हुआ था, जिसमें कानून व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति के अलावा कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। लेकिन केजरीवाल का यह आरोप केंद्र सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है, खासकर दिल्ली में गैंगस्टरों के बढ़ते प्रभाव के संदर्भ में।