दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पहले से ही शिक्षा मुफ्त है और बीजेपी अगर सत्ता में आई तो इस स्कीम को बंद कर देगी। इसके अलावा, केजरीवाल ने धोबी समाज के लिए कई अहम घोषणाएं कीं, जिनका उद्देश्य उनके कल्याण और सामाजिक स्थिति में सुधार करना था।
शिक्षा मुफ्त रखने की बात
केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में पहले से ही शिक्षा मुफ्त है, और अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो यह मुफ्त शिक्षा स्कीम बंद कर दी जाएगी।” उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनकी नीतियां केवल आम आदमी के खिलाफ हैं और वे समाज के पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाते। केजरीवाल ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी के पास लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए एक स्पष्ट और प्रभावी योजना है।
धोबी समाज के लिए ऐलान
अरविंद केजरीवाल ने धोबी समाज के कल्याण के लिए भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो धोबी समाज के लिए एक कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा। यह बोर्ड धोबी समाज के बुजुर्गों और बच्चों के लिए विशेष योजनाओं की शुरुआत करेगा। केजरीवाल ने बताया कि इस बोर्ड के माध्यम से धोबी समाज के बच्चों के लिए स्कॉलरशिप का इंतजाम किया जाएगा, ताकि वे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें और समाज में अपनी स्थिति को सुधार सकें।
पानी और बिजली के कनेक्शन का घरेलूकरण
इसके अलावा, केजरीवाल ने यह भी घोषणा की कि धोबी समाज के लोगों के पानी और बिजली के कनेक्शनों को डोमेस्टिक यानी घरेलू दरों पर लिया जाएगा। फिलहाल, धोबी समाज के लोगों से कमर्शियल दरों पर पानी और बिजली के कनेक्शन लिए जाते हैं, जो कि उनके लिए एक बड़ा आर्थिक बोझ बनता है। केजरीवाल ने इसे खत्म करने का वादा किया और कहा कि अब उन्हें घरेलू दरों पर यह सुविधाएं मिलेंगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
धोबी समाज के प्रेस के थड़ों का नियमितीकरण
केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली में जहां-जहां धोबी समाज के लोग कपड़े प्रेस करते हैं, वहां के प्रेस के थड़ों को नियमित किया जाएगा। यह कदम धोबी समाज के लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा क्योंकि वर्तमान में इन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार धोबी समाज की सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इन घोषणाओं के जरिए केजरीवाल ने साफ कर दिया कि उनका उद्देश्य सिर्फ दिल्ली के नागरिकों के कल्याण के लिए काम करना है, चाहे वह शिक्षा, बिजली, पानी या समाज के अन्य मुद्दे हों।