दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को चुनाव आयोग (ECI) और दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। केजरीवाल का कहना है कि ये दोनों संस्थाएं आम आदमी पार्टी के खिलाफ हिंसा का समर्थन कर रही हैं और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के गलत कामों को बचा रही हैं। यह आरोप उस समय लगाए गए जब दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP उम्मीदवार आतिशी के खिलाफ चुनाव आचार संहिता (Model Code of Conduct) के उल्लंघन का मामला दर्ज किया।
केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस मिलकर चुनावी प्रक्रिया में खलल डालने का काम कर रहे हैं और भाजपा के फायदे के लिए काम कर रहे हैं। उनका आरोप था कि इन दोनों का मुख्य उद्देश्य गुंडागर्दी को बढ़ावा देना, भाजपा के गलत कामों को छुपाना और शराब और पैसे बांटना है।
केजरीवाल ने X पर एक पोस्ट में लिखा, “चुनाव आयोग ने बढ़ती हुई गुंडागर्दी के खिलाफ शिकायत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया है। अब दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग का आधिकारिक स्टांस यह है – इनका ‘काम’ है आम आदमी पार्टी के खिलाफ गुंडागर्दी करना, भाजपा की गुंडागर्दी को सुरक्षा देना और शराब, पैसे और सामान बांटना।”
इस बीच, आतिशी ने भी इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि बीजेपी उम्मीदवार रमेश विधूरी के परिवार के सदस्य, जिन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया था, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने चुनाव आयोग के इरादों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग किस हद तक चुनावी प्रक्रिया को बिगाड़ेगा।
दिल्ली पुलिस के दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त (DCP) ने X पर पोस्ट करते हुए बताया कि 4 फरवरी को रात 12:30 बजे, AAP उम्मीदवार आतिशी के साथ 50-70 लोग और 10 वाहन फतेह सिंह मार्ग पर पाए गए। पुलिस ने उन्हें आचार संहिता के उल्लंघन के कारण वहां से हटने का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस ने गोविंदपुरी थाने में मामला दर्ज किया।
दूसरी पोस्ट में DCP ने बताया कि AAP के सदस्य आश्मित और सागर मेहता ने एक हेड कांस्टेबल के साथ मारपीट की और उसे काम करने से रोका। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और मामले की जांच जारी है।