प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आम आदमी पार्टी और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल पर किए गए ‘शीश महल’ के तंज का जवाब देते हुए केजरीवाल ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा, “2700 करोड़ रुपये के आलीशान घर में रहने वाले, 8400 करोड़ रुपये के हवाई जहाज में घूमने वाले और 10 लाख रुपये के सूट पहनने वाले व्यक्ति के मुंह से शीश महल की बात करना शोभा नहीं देता।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के बयान को गरीबों और आम जनता की भावनाओं का मजाक बताया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में दिल्ली के लिए ऐतिहासिक काम किए हैं, जबकि केंद्र सरकार के पास दिल्ली में अपनी उपलब्धियों को गिनाने के लिए कुछ भी नहीं है। केजरीवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री ने 43 मिनट के अपने भाषण में से 39 मिनट दिल्ली सरकार और जनता को कोसने में बिता दिए। यह जनता का अपमान है, जिन्होंने भारी बहुमत के साथ आम आदमी पार्टी की सरकार चुनी।”
मोदी का ‘आपदा’ बयान और चुनावी राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के अशोक विहार में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ‘आप’ को दिल्ली की ‘आपदा’ बताया। उन्होंने कहा, “दिल्ली को पिछले 10 वर्षों से एक आपदा ने घेर रखा है। यह आपदा भ्रष्टाचार करती है और फिर उसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती है। पहले चोरी, फिर अकड़—यही ‘आप’ का असली चरित्र है।”
मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि उन्होंने 4 करोड़ से ज्यादा गरीबों के लिए घर बनाए, जबकि खुद के लिए एक भी महल नहीं बनाया। “मैं भी एक शीश महल बनवा सकता था, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया,” उन्होंने कहा।
केजरीवाल का पलटवार
केजरीवाल ने पीएम के इस तंज पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी गरीबों की पार्टी है और गरीबों के हक के लिए लड़ाई लड़ती रहेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने दिल्ली में झुग्गियां तोड़कर 2 लाख से ज्यादा गरीबों को बेघर कर दिया और उनकी समस्याओं को अनदेखा किया।
चुनावी माहौल में गरमा-गरमी
दिल्ली चुनाव से पहले पीएम मोदी और अरविंद केजरीवाल के बीच यह वाक्युद्ध राजनीति में गर्मजोशी ला रहा है। एक तरफ मोदी ने AAP को भ्रष्टाचार और घमंड का प्रतीक बताया, वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल ने बीजेपी को गरीब-विरोधी पार्टी करार दिया।
केजरीवाल ने कहा, “हमने दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और बिजली के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। ये बातें बीजेपी को नजर नहीं आतीं क्योंकि उनके पास अपनी कोई उपलब्धि नहीं है।”
इस बयानबाजी से साफ है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला और भी तीखा होने वाला है।