
पंजाब और हरियाणा में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में मौजूदा हालात की समीक्षा की गई और किसानों पर हो रही पुलिस कार्रवाई पर चर्चा की गई। SKM ने ऐलान किया कि 26 मार्च को होने वाला निर्धारित कार्यक्रम फिलहाल स्थगित किया जा रहा है।
पंजाब सरकार से बातचीत से इनकार, पहले माहौल सुधारे सरकार
बैठक में किसान नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि वे शांतिपूर्ण माहौल चाहते हैं और सभी गिरफ्तार किसानों की तुरंत रिहाई की मांग करते हैं। इसके बिना वे सरकार से बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं।
किसान नेताओं का कहना है कि पंजाब सरकार को पहले यह भरोसा दिलाना होगा कि कोई भी प्रदर्शनकारी किसानों के साथ अन्याय नहीं होगा। किसानों का यह भी आरोप है कि पहले भी कई किसान नेताओं को बातचीत के बाद गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे वे सरकार पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।
28 मार्च को होगा राज्यभर में प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया कि 28 मार्च को पूरे पंजाब में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दिन जिले के सभी डिप्टी कमिश्नर (DC) कार्यालयों के बाहर सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके अलावा, 24 मार्च को जिला स्तरीय बैठकें होंगी, जिनमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। साथ ही, एक छह सदस्यीय कमेटी को महत्वपूर्ण फैसले लेने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सरकार से बातचीत की शर्तें तय
किसान नेताओं ने साफ किया है कि जब तक गिरफ्तार किसानों को रिहा नहीं किया जाता और जब्त किया गया सामान वापस नहीं किया जाता, तब तक सरकार से कोई बातचीत नहीं होगी।
किसान आंदोलन को लेकर माहौल लगातार गर्माता जा रहा है। किसानों की मांगों पर सरकार की प्रतिक्रिया क्या होगी, यह देखने वाली बात होगी। फिलहाल, संयुक्त किसान मोर्चा अपने प्रदर्शन को और तेज करने की तैयारी में है।