
पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे “नशे के खिलाफ युद्ध” अभियान के तहत जिला कपूरथला प्रशासन ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह कार्रवाई थाना सुल्तानपुर लोधी के गांव तोती में की गई, जहाँ एक कुख्यात नशा तस्कर सुरजीत सिंह उर्फ तोता द्वारा पंचायत की जमीन पर 10 मरले में अवैध रूप से बनाए गए निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया।
एसएसपी गौरव तूरा ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई बीडीपीओ सुल्तानपुर लोधी गुरमीत सिंह के आदेशों के तहत की गई। सिविल और पुलिस प्रशासन ने मिलकर मौके पर पहुंचकर डिच मशीन की मदद से अवैध निर्माण को गिराया। उन्होंने बताया कि सुरजीत सिंह उर्फ तोता और उसके परिवार पर नारकोटिक्स एक्ट (NDPS) के तहत कुल 18 केस दर्ज हैं और वह फिलहाल जेल में बंद है।
सुरजीत सिंह के खिलाफ साल 2013 से अब तक NDPS एक्ट के तहत 7 मामले दर्ज हैं। उसकी पत्नी कुलवंत कौर उर्फ बिल्लो पर भी नशा तस्करी के 4 केस दर्ज हैं। यही नहीं, उनका बेटा राहुल भी NDPS के 7 मामलों का सामना कर रहा है और फिलहाल फरार है।
एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि पंजाब के डीजीपी गौरव यादव के निर्देशों के अनुसार राज्य भर में नशा तस्करों के खिलाफ अभियान तेज़ी से चल रहा है। नशे के कारोबार से जो भी संपत्तियां बनाई गई हैं, उन्हें जब्त किया जा रहा है और जल्द नीलामी की प्रक्रिया भी अपनाई जा रही है।
इससे पहले भी जिला प्रशासन द्वारा कपूरथला शहर की धक्का कॉलोनी और गांव बूट में सरकारी जमीन पर नशा तस्करों द्वारा किए गए अवैध कब्जों को हटाया जा चुका है। डीएसपी सुल्तानपुर लोधी गुरमीत सिंह सिद्धू ने भी बताया कि नशा तस्करों की काली कमाई से बनाई गई संपत्तियों को सरकार जब्त करके नीलाम कर रही है, ताकि इस अवैध धंधे की कमर तोड़ी जा सके।
इस पूरी कार्रवाई का उद्देश्य केवल अवैध कब्जे हटाना नहीं, बल्कि नशा तस्करी के खिलाफ सख्त संदेश देना है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अब कोई भी व्यक्ति नशे के धंधे में शामिल होकर सरकारी या पंचायत जमीन पर कब्जा नहीं कर पाएगा। सरकार की यह मुहिम आम जनता में भी जागरूकता फैला रही है और नशे के खिलाफ लड़ाई को जनआंदोलन बना रही है।
जिला प्रशासन ने यह भी अपील की है कि अगर किसी को नशा तस्करी से संबंधित कोई सूचना मिले, तो वे बेझिझक पुलिस को सूचित करें। यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक नशा और उससे जुड़ी अवैध गतिविधियों को जड़ से खत्म नहीं कर दिया जाता।
इस कार्रवाई से लोगों में एक सकारात्मक संदेश गया है कि सरकार अब नशा तस्करों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है।