
पंजाब सरकार की ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम के तहत लुधियाना पुलिस ने रेलवे अधिकारियों के सहयोग से तस्करों के अवैध कब्जे हटाए। इस कार्रवाई में तलवंडी कलां गांव में दो नशा तस्करों द्वारा कब्जाई गई रेलवे जमीन पर बने अवैध ढांचे ढहा दिए गए।
नशा तस्करों पर पहले से ही कई केस दर्ज
इन अवैध ढांचों को रानी और शिंदर पाल उर्फ निखा नाम के दो नशा तस्करों ने कब्जा किया हुआ था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार,
- रानी के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत 5 केस दर्ज हैं।
- शिंदर पाल के खिलाफ ड्रग तस्करी के 9 मामले दर्ज हैं।
रेलवे की शिकायत पर हुई कार्रवाई
डीसीपी जसकिरणजीत सिंह तेजा ने बताया कि यह कार्रवाई रेलवे विभाग की शिकायत के आधार पर की गई। रेलवे अधिकारियों ने अपनी जमीन पर अवैध कब्जे हटाने के लिए पुलिस की मदद मांगी थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने मिलकर इस अभियान को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया।
लुधियाना में 32 और अवैध कब्जों की लिस्ट तैयार
रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि लुधियाना जिले में रेलवे की 32 और संपत्तियों पर अवैध कब्जे हैं, जिन पर जल्द ही कार्रवाई होगी।
सरकार का नशे के खिलाफ सख्त रुख
डीसीपी तेजा ने दोहराया कि पंजाब सरकार नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार ने साफ कर दिया है कि
- नशे का धंधा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
- तस्करों को कड़ी सजा दी जाएगी।
- नशे की तस्करी में शामिल लोगों पर कोई रहम नहीं किया जाएगा।
जनता को दिया भरोसा
डीसीपी ने कहा कि सरकार और पुलिस राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे नशा तस्करों की जानकारी पुलिस को दें, ताकि इस अपराध को जड़ से खत्म किया जा सके।
लुधियाना में नशा तस्करों के अवैध कब्जों को हटाने की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि नशे के खिलाफ यह जंग जारी रहेगी और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होगी। आने वाले दिनों में अन्य अवैध कब्जों को भी हटाया जाएगा, जिससे पंजाब को नशा मुक्त बनाने का सपना साकार किया जा सके।