
पंजाब सरकार द्वारा चलाई जा रही मुफ्त बस सेवा योजना, जिसमें राज्य की लगभग 1 करोड़ 40 लाख महिलाएं लाभ ले रही हैं, अब एक नए मोड़ पर आ गई है। यह सेवा 1 अप्रैल 2021 को शुरू की गई थी ताकि महिलाओं को बस यात्रा में सहूलियत मिले। लेकिन अब इसमें बड़े बदलाव की तैयारी हो रही है, क्योंकि कई बाहरी राज्यों की महिलाएं नकली आधार कार्ड बनाकर इस योजना का गलत फायदा उठा रही हैं।
एक ही आधार नंबर से कई कार्ड!
हाल ही में PRTC (पंजाब ਰੋਡ ਟ੍ਰਾਂਸਪੋਰਟ ਕਾਰਪੋਰੇਸ਼ਨ) को यह पता चला कि एक ही आधार नंबर से कई महिलाएं अलग-अलग कार्ड बनाकर मुफ्त बस सेवा का लाभ उठा रही हैं। कंडक्टरों को असली और नकली आधार कार्ड की पहचान करना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि उनके पास जांचने का कोई तकनीकी तरीका नहीं होता। इससे सरकार को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
समाधान: अब मिलेगा RFID कार्ड
इस गड़बड़ी को रोकने के लिए अब RFID (Radio Frequency Identification) कार्ड लाने का फैसला लिया गया है। ये कार्ड सिर्फ पंजाब की महिलाओं को ही जारी किए जाएंगे। इस तकनीक से नकली पहचान बनाना लगभग नामुमकिन है। जब कोई महिला बस में सफर करेगी, तो कंडक्टर एक विशेष डिवाइस से RFID कार्ड को स्कैन कर लेगा और तुरंत सही जानकारी सामने आ जाएगी।
नकली आधार कार्ड की बन रही थी कॉपियां
आज के दौर में आधार कार्ड को साइबर कैफे से नकली बनवाना बहुत आसान हो गया है। इसी का फायदा उठाकर कई बाहरी महिलाएं भी इस सुविधा का लाभ ले रही थीं, जो कि नियमों के खिलाफ है। ऐसे में सरकार ने यह ठान लिया है कि अब मुफ्त सेवा का फायदा सिर्फ उन्हीं को मिलेगा जो वाकई इसके हकदार हैं।
IT एक्सपर्ट भी बता रहे RFID को सुरक्षित
आईटी इंजीनियर शुभम कुमार का कहना है कि RFID कार्ड सबसे सुरक्षित डिजिटल पहचान में से एक है। इसे कॉपी करना या नकली बनाना आसान नहीं होता और इसकी मदद से हर महिला की सही पहचान तुरंत की जा सकती है।
दूसरा विकल्प: NCMC कार्ड
इसके साथ ही सरकार एक और विकल्प NCMC (National Common Mobility Card) पर भी विचार कर रही है। आने वाले समय में इनमें से किसी एक कार्ड को अनिवार्य किया जाएगा, जिससे केवल वास्तविक महिलाएं ही मुफ्त सेवा का लाभ ले सकें।पंजाब सरकार का यह कदम जरूरी भी है और सही भी, क्योंकि इससे योजना का दुरुपयोग रुकेगा और सरकारी पैसे की बचत होगी। जो भी महिला इस सेवा का लाभ लेना चाहती है, उसे जल्दी ही RFID या NCMC कार्ड बनवाना पड़ेगा, वरना मुफ्त सफर का लाभ नहीं मिल पाएगा।