आज भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत मामूली गिरावट के साथ हुई, लेकिन दिनभर में बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रही। अंत में, बीएसई सेंसेक्स 329.92 अंकों की गिरावट के साथ 76,190.46 अंकों पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 50 भी 113.15 अंकों की गिरावट के साथ 23,092.20 अंकों पर बंद हुआ। इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स 115.39 अंकों की बढ़त के साथ 76,520.38 अंकों पर और निफ्टी 50 50 अंकों की तेजी के साथ 23,205.35 अंकों पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट के कारण शुक्रवार को शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में हुई गिरावट था। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से सिर्फ 11 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि बाकी 19 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। इसी तरह, निफ्टी 50 की 50 कंपनियों में से केवल 19 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 31 कंपनियों के शेयर लाल निशान में रहे।
सेंसेक्स की प्रमुख कंपनियों का प्रदर्शन आज सेंसेक्स की प्रमुख कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में 1.98 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे ज्यादा 2.94 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा, टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, पावरग्रिड और भारती एयरटेल जैसी कंपनियों के शेयरों में भी मामूली बढ़त देखी गई।
गिरावट वाले प्रमुख शेयर गिरावट के साथ बंद होने वाले प्रमुख शेयरों में जोमैटो, टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और लार्सन एंड टुब्रो के शेयर शामिल थे। जोमैटो के शेयरों में 2.75 प्रतिशत, टाटा मोटर्स के शेयरों में 2.48 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक के शेयरों में 2.11 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 1.42 प्रतिशत और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में 1.31 प्रतिशत की गिरावट आई। इन कंपनियों के खराब प्रदर्शन के कारण शेयर बाजार में दबाव रहा और बाजार अंत में गिरावट के साथ बंद हुआ।
शेयर बाजार का आगामी रुख शेयर बाजार में इस तरह की उतार-चढ़ाव की स्थिति समय-समय पर देखने को मिलती है। विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में इस तरह की गिरावट का कारण वैश्विक बाजारों में भी कमजोरी, विदेशी निवेशकों की निकासी और घरेलू आर्थिक स्थिति का असर हो सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे सतर्क रहें और अपने निवेश को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखें।
निवेशकों के लिए सलाह इस समय निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करने की जरूरत है। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच लंबी अवधि के लिए अच्छे और मजबूत कंपनियों के शेयरों में निवेश करना एक बेहतर रणनीति हो सकती है। हालांकि, बाजार की स्थिति पर ध्यान देना और निवेश से पहले पूरी जानकारी लेना महत्वपूर्ण है।