
लिवरपूल शहर में 26 मई 2025 की रात को एक भयानक हादसा हो गया, जिसने प्रीमियर लीग जीत के जश्न को मातम में बदल दिया। इंग्लैंड के लिवरपूल फुटबॉल क्लब की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों लोग शहर की सड़कों पर जमा थे। टीम और स्टाफ विक्ट्री परेड में एक खुली बस में बैठकर लोगों का अभिवादन कर रहे थे। चारों तरफ जश्न का माहौल था, लोग झंडे लहरा रहे थे, नारे लगा रहे थे। लेकिन तभी एक तेज़ रफ्तार कार अचानक भीड़ में घुस गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
इस हादसे में करीब 50 लोग घायल हो गए, जिनमें चार बच्चे भी शामिल हैं। मर्सीसाइड पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कार चालक को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान 53 वर्षीय श्वेत ब्रिटिश पुरुष के रूप में हुई है। पुलिस ने इस घटना को आतंकी हमला मानने से इनकार किया है। अधिकारियों का कहना है कि यह एक अलग-थलग सड़क दुर्घटना का मामला लगता है।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, टीम की बस शहर के मुख्य इलाके में विक्ट्री परेड कर रही थी। उसी दौरान एक काली रंग की कार तेज़ी से आई और अचानक भीड़ में घुस गई। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कार कैसे बेकाबू होकर लोगों को टक्कर मारती हुई आगे बढ़ती रही। कई लोग कार के नीचे आ गए और बुरी तरह घायल हो गए।
आपात सेवाओं की तेज़ कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में ले जाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक अधिकतर लोगों की हालत स्थिर है, लेकिन कुछ को गंभीर चोटें आई हैं। मेडिकल स्टाफ और आपात सेवाओं की तत्परता ने इस हादसे को और भी भयावह बनने से रोक दिया।
पुलिस का बयान
कांस्टेबल जेनी सिम्स ने बताया कि यह हादसा एक सामान्य सड़क दुर्घटना जैसा लग रहा है। पुलिस को किसी और संदिग्ध की तलाश नहीं है। हादसे की जांच जारी है और सभी जरूरी सबूत जुटाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे लोगों में दुख और गुस्सा दोनों देखने को मिल रहे हैं।
प्रधानमंत्री का बयान
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “लिवरपूल में जो हुआ वो बेहद दर्दनाक है। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जो घायल हुए हैं या जिनके परिवार प्रभावित हुए हैं। मैं पुलिस और आपात सेवाओं को उनकी तेज़ और बहादुरी भरी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।”
प्रीमियर लीग की जीत का जश्न अचानक एक हादसे की वजह से गहरे दुख में बदल गया। यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा की योजना कितनी जरूरी है। हालांकि राहत की बात यह रही कि पुलिस और प्रशासन ने समय पर काबू पाया और एक बड़े संकट को टाल दिया।