
लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी जीत हासिल की है। पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस के भारत भूषण आशु को 10,637 वोटों के अंतर से हराकर यह सीट अपने नाम की। इस जीत के साथ ही लुधियाना की जनता ने एक बार फिर भगवंत मान सरकार पर भरोसा जताया है।
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जीत का सर्टिफिकेट मिलने का खास पल
संजीव अरोड़ा ने अपनी जीत के बाद रिटर्निंग ऑफिसर से विधिवत रूप से विजयी प्रमाण पत्र प्राप्त किया। इस खास मौके पर उनकी बेटी केतकी अरोड़ा भी उनके साथ मौजूद थीं। यह दृश्य पूरे परिवार के लिए गर्व और भावनाओं से भरा हुआ रहा।
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जनता और नेताओं का आभार
संजीव अरोड़ा ने जीत के बाद लुधियाना की जनता को दिल से धन्यवाद कहा। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का विशेष आभार प्रकट किया। साथ ही उन्होंने पार्टी के हर कार्यकर्ता को इस जीत का श्रेय देते हुए कहा कि यह सभी की मेहनत का नतीजा है।
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परिवार में भी जश्न का माहौल
संजीव अरोड़ा की जीत पर उनके परिवार में भी खुशी की लहर दौड़ गई। उनकी पत्नी संध्या अरोड़ा ने कहा, “लुधियाना के विकास के लिए सही व्यक्ति को चुना गया है। जनता की उम्मीदें अब पूरी होंगी और शहर में तरक्की होगी।” वहीं उनकी बहू गुनीत अरोड़ा ने कहा, “डेवलपमेंट मैन जीत गए हैं। हम सभी उन लोगों के आभारी हैं जिन्होंने आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया।”
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वोटों का पूरा लेखा-जोखा
संजीव अरोड़ा (AAP): 35,179 वोट (39.02%)
भारत भूषण आशु (कांग्रेस): 24,542 वोट (27.22%)
जीवन गुप्ता (भाजपा): 20,323 वोट
परउपकार सिंह घुमन (अकाली दल): 8,203 वोट
इस सीट पर कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच ही रहा।
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गुजरात की जीत का भी जिक्र
संजीव अरोड़ा ने सिर्फ पंजाब की जीत पर ही नहीं, बल्कि गुजरात के विसावदर उपचुनाव में भी पार्टी की सफलता को लेकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अब राष्ट्रीय स्तर पर लोगों का विश्वास जीत रही है और भविष्य में इसका असर और बढ़ेगा।
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लोगों को उम्मीदें
संजीव अरोड़ा ने कहा कि वे जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे। उनका मुख्य फोकस लुधियाना का समग्र विकास, जनता से सीधा संवाद और ईमानदार प्रशासन पर रहेगा।
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संजीव अरोड़ा की जीत आम आदमी पार्टी के लिए सिर्फ एक चुनावी जीत नहीं, बल्कि लोगों के भरोसे की जीत है। उनके परिवार की प्रतिक्रिया, पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश और जनता का समर्थन यह दिखाता है कि लुधियाना में बदलाव की उम्मीदें जाग चुकी हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि संजीव अरोड़ा इस भरोसे को कैसे निभाते हैं।