महाकुंभ 2025: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का महाकुंभ में पहुंचने पर बड़ा बयान
संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान देश-विदेश से लोग आकर पवित्र स्नान कर रहे हैं। इस धार्मिक समागम में साधु-संतों के साथ-साथ अब कथावाचक भी भाग लेने पहुंचे हैं। रविवार को मशहूर कथा वाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाकुंभ में स्नान करने के लिए पहुंचे। महाकुंभ में पहुंचने के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने ABP News से एक एक्सक्लूसिव बातचीत की, जिसमें उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने महाकुंभ के दौरान अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि वह हिंदू समाज को जागरूक करने और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मुहिम लेकर आए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “हिंदू जगेगा, तभी हिंदुस्तान बचेगा।” धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हिंदू समाज में कई विकृतियाँ आ गई हैं और अब इन पर चर्चा करने के लिए महाकुंभ में एक सम्मेलन आयोजित करेंगे। यह सम्मेलन 30 जनवरी को परमार्थ निकेतन के शिविर में आयोजित होगा, जिसमें हिंदू समाज की कमियों को दूर करने पर विचार किया जाएगा।
महाकुंभ में अपनी मौजूदगी पर पंडित शास्त्री ने कहा कि यहां आकर उन्हें दिव्य अनुभव हो रहा है। वहीं, उन्होंने फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर चिंता और नाराजगी जताई। शास्त्री ने कहा, “किसी के प्रभाव में आकर किसी को संत या महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है?” उन्होंने यह भी कहा कि पदवी उसी को दी जानी चाहिए जिसके अंदर संत या साध्वी का भाव हो।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने महाकुंभ में रील बनाने वाले लोगों को लेकर भी अपनी राय दी और कहा कि सभी लोग अपना काम करते रहते हैं। उन्होंने 27 से 29 जनवरी तक महाकुंभ में कथा सुनाने का भी ऐलान किया। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर वह अमृत स्नान करेंगे और 30 जनवरी को हिंदू समाज की कमियों को दूर करने के उद्देश्य से सम्मेलन का आयोजन करेंगे।
धीरेंद्र शास्त्री ने 27 जनवरी को होने वाली धर्म संसद पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत जल्द ही हिंदू राष्ट्र बनेगा। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का कहना है कि यह महाकुंभ सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि हिंदू समाज को जागरूक करने का एक बड़ा अवसर है।
महाकुंभ 2025 में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की उपस्थिति और उनके विचार समाज में एक नई हलचल पैदा कर रहे हैं, और यह आयोजन हर किसी के लिए विशेष महत्व रखता है।