महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: एग्जिट पोल और शिवसेना (यूबीटी) का बड़ा दावा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे, लेकिन इससे पहले एग्जिट पोल के नतीजे महायुति (बीजेपी, शिवसेना-शिंदे गुट, और सहयोगी दल) की सरकार की वापसी की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि, विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए बड़े उलटफेर का दावा किया है।
शिवसेना (यूबीटी) का एग्जिट पोल पर तंज
शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने एग्जिट पोल को “मनोरंजन का माध्यम” करार दिया। उन्होंने कहा,
“हरियाणा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में एग्जिट पोल ने गलत भविष्यवाणी की थी। कहा गया था कि कांग्रेस सरकार बनाएगी, लेकिन बीजेपी ने सरकार बना ली। इसलिए एग्जिट पोल महज मनोरंजन के लिए होते हैं।”
दुबे ने विश्वास जताया कि 23 नवंबर को एमवीए (कांग्रेस, एनसीपी-शरद पवार गुट, और शिवसेना-यूबीटी) चुनाव नतीजों में बड़ा उलटफेर करेगी।
मतदान प्रतिशत में इजाफा और सरकार के खिलाफ नाराजगी
इस बार महाराष्ट्र में 65% से ज्यादा मतदान हुआ है, जो पिछली बार के मुकाबले अधिक है। आनंद दुबे ने इसे सरकार के खिलाफ जनता की नाराजगी का संकेत बताया। उन्होंने कहा,
“मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी बताती है कि लोग मौजूदा सरकार के कामकाज से नाराज हैं और उन्होंने सरकार के खिलाफ वोट डाला है।”
दुबे का दावा है कि अधिक मतदान एमवीए के पक्ष में जाएगा और महायुति को झटका लगेगा।
बिटकॉइन विवाद पर शिवसेना (यूबीटी) की प्रतिक्रिया
चुनाव के बीच, महाराष्ट्र में बिटकॉइन घोटाले को लेकर राजनीतिक बहस तेज है। इस मामले में एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के कथित नाम आने पर शिवसेना (यूबीटी) ने बयान दिया। आनंद दुबे ने कहा,
“महाराष्ट्र के 90% लोग नहीं जानते कि बिटकॉइन क्या है। सुप्रिया सुले ने स्पष्ट किया है कि ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज नहीं है। नाना पटोले की आवाज को दक्षिण भारतीय फिल्म हीरो से तुलना करते हुए उन्होंने इस विवाद को बेबुनियाद बताया।”
उन्होंने इसे चुनावी मुद्दा न मानते हुए कहा कि महाराष्ट्र के लोग विकास और सरकार के कामकाज पर चर्चा कर रहे हैं।
एग्जिट पोल के अनुमान और एमवीए की उम्मीदें
एग्जिट पोल में महायुति को बढ़त दिखाई गई है, लेकिन एमवीए नेताओं को उम्मीद है कि नतीजे उनके पक्ष में आएंगे। दुबे का दावा है कि बढ़ा हुआ मतदान प्रतिशत सत्ता विरोधी लहर को दर्शाता है, और एमवीए को इसका लाभ मिलेगा।
नतीजों पर टिकी नजरें
23 नवंबर को महाराष्ट्र में चुनावी नतीजे यह तय करेंगे कि राज्य में सत्ता की चाबी किसके हाथ में जाएगी। जहां महायुति को अपनी सरकार की वापसी का भरोसा है, वहीं एमवीए ने उलटफेर का दावा किया है। इसके अलावा, बिटकॉइन घोटाले और अन्य विवाद चुनावी माहौल को और गरमा रहे हैं।
महाराष्ट्र में चुनावी मुकाबला बेहद रोचक हो गया है। मतदान प्रतिशत में इजाफा और एग्जिट पोल के उलटफेर के दावे नतीजों को और भी दिलचस्प बना रहे हैं। अब सबकी नजर 23 नवंबर पर है, जब यह तय होगा कि राज्य की सत्ता महायुति के पास रहती है या एमवीए कोई चमत्कार करती है।