महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का ऐलान हो चुका है और राज्य में 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है, जिसके चलते जांच एजेंसियों और पुलिस ने सुरक्षा को लेकर सख्ती बढ़ा दी है। इस बीच, पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो अलग-अलग मामलों में करोड़ों की अवैध नकदी बरामद की है।
पालघर में तीन करोड़ से ज्यादा कैश बरामद
चुनाव के मद्देनजर पालघर पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान तीन करोड़ 70 लाख रुपये से अधिक नकदी बरामद की है। पुलिस को पालघर के वाडा पाली मार्ग से विक्रमगढ़ की ओर जा रही एक गाड़ी पर शक हुआ, जिसके बाद गाड़ी को रोककर चालक से पूछताछ की गई। संदेह बढ़ने पर गाड़ी को वाडा पुलिस स्टेशन लाया गया और गहन जांच की गई। जांच में गाड़ी के अंदर छिपाकर रखे गए तीन करोड़ 70 लाख रुपये मिले, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतनी बड़ी नकदी कहां से आई और इसे कहां ले जाया जा रहा था।
मुंबई में 2 करोड़ 30 लाख के साथ 12 लोग हिरासत में
मुंबई में भी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। एल.टी मार्ग पुलिस स्टेशन को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग अवैध रूप से बड़ी मात्रा में कैश लेकर शहर में घूम रहे हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए भुलेश्वर मार्केट और कालबादेवी इलाके में संदेह के आधार पर 12 लोगों को हिरासत में लिया। इन लोगों के बैग की तलाशी के दौरान पुलिस को दो करोड़ 30 लाख रुपये नकद मिले। इन संदिग्धों को पहले मुंबादेवी पुलिस चौकी ले जाया गया और फिर फ्लाइंग स्क्वायड टीम को सूचित किया गया। मौके पर पहुंचे नोडल अधिकारी सुरेश कांबले के नेतृत्व में टीम ने जांच को रिकॉर्ड किया और फोटोग्राफिक सबूत भी जुटाए।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त, सभी गतिविधियों पर नजर
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। चुनाव आयोग के निर्देश पर पुलिस और जांच एजेंसियां अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं। आचार संहिता लागू होने के बाद से सभी जांच एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है ताकि चुनाव में कोई भी गड़बड़ी न हो सके। कैश की आवाजाही और संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह से चुनावी प्रक्रिया में बाधा न आए।
चुनावी माहौल में बरामदगी के महत्व
ऐसे समय में नकदी बरामदगी का मामला बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि चुनावी माहौल में अवैध धन का इस्तेमाल वोटर्स को प्रभावित करने के लिए किया जा सकता है। पुलिस द्वारा की जा रही इस तरह की कार्रवाई से साफ है कि चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन इस बार चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।