महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं। इसके साथ ही सचिन पायलट, कन्हैया कुमार और इमरान प्रतापगढ़ी भी इस सूची का हिस्सा हैं। कुल मिलाकर, कांग्रेस के 40 प्रमुख नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए चुना गया है। इनमें से कई नेता कांग्रेस के अन्य राज्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाते आ रहे हैं, जिससे उनका अनुभव पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
कौन-कौन हैं स्टार प्रचारकों की सूची में?
कांग्रेस ने इस सूची में कई दिग्गज नेताओं को शामिल किया है। इनमें तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल प्रमुख रूप से शामिल हैं। इनके अलावा, पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व सांसद सचिन पायलट, और पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला जैसे अनुभवी नेता भी स्टार प्रचारकों की सूची में हैं। कन्हैया कुमार, जो युवा नेताओं में एक मजबूत चेहरा माने जाते हैं, और इमरान प्रतापगढ़ी जैसे जोशीले वक्ताओं को भी इसमें शामिल किया गया है।
इस सूची में शामिल अन्य नेता:
- मल्लिकार्जुन खरगे
- सोनिया गांधी
- राहुल गांधी
- प्रियंका गांधी वाड्रा
- के सी वेणुगोपाल
- रमेश चेन्नीथाला
- अशोक गहलोत
- मुकुल वासनिक
- अविनाश पांडे
- सिद्धारमैया
- भूपेश बघेल
- रेवंत रेड्डी
- चरणजीत सिंह चन्नी
- डीके शिवकुमार
- सचिन पायलट
- रणदीप सुरजेवाला
- जी परमेश्वरा
- एमपी पाटील
- कन्हैया कुमार
- इमरान प्रतापगढ़ी
- अलका लांबा
- के जी जॉर्ज
- के जयकुमार
- जिग्नेश मेवाणी
- नदीम जावेद
- सलमान खुर्शीद
- राजीव शुक्ला
- नाना पटोले
- बालासाहेब थोराट
- विजय वडेट्टीवार
- पृथ्वीराज चव्हाण
- चंद्रकांत हंडोरे
- वर्षा गायकवाड
- आरिफ नसीम खान
- प्रणीति शिंदे
- सतेज पाटील
- विलास मुट्टेमवार
- अशोक जगताप
- अमित देशमुख
- विश्वजीत कदम
प्रमुख नेताओं पर विशेष जिम्मेदारियां
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने अपने कई प्रमुख नेताओं को अलग-अलग जोन की विशेष जिम्मेदारियां भी सौंपी हैं। अशोक गहलोत, सचिन पायलट, चरणजीत सिंह चन्नी और भूपेश बघेल जैसे नेता महाराष्ट्र के अलग-अलग क्षेत्रों में वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत हैं। ये नेता लगातार महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं और वहां पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुनावी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। इसके साथ ही ये नेता स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देते हुए मतदाताओं से संवाद कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे।
कांग्रेस का महाराष्ट्र में चुनावी समीकरण और फ्रेंडली फाइट
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एनसीपी और शिवसेना-यूबीटी जैसी अन्य विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन मिल रहा है। हालांकि, कुछ सीटों पर कांग्रेस और इन पार्टियों के बीच फ्रेंडली फाइट देखने को मिलेगी। कांग्रेस और एनसीपी-एसपी के बीच कुछ सीटों पर अनौपचारिक गठबंधन है, जबकि कुछ सीटों पर कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी के बीच भी मुकाबला होगा। ऐसे मामलों में दोनों दल मित्रवत तरीके से अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं, ताकि मतदाता किसी भी विपक्षी उम्मीदवार को वोट देने में असमंजस महसूस न करें।
चुनाव की प्रक्रिया और प्रचार का समय
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होना है, और सभी दलों को 18 नवंबर तक प्रचार करने का समय मिला है। इस समय सीमा के अंतर्गत कांग्रेस अपने स्टार प्रचारकों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा जनसमर्थन जुटाने का प्रयास करेगी। कांग्रेस का लक्ष्य इस बार महाराष्ट्र में सत्ता में वापसी करना है, और इसके लिए पार्टी ने आक्रामक चुनावी रणनीति अपनाई है। इस रणनीति का एक अहम हिस्सा यह है कि वे बड़े नेताओं को विशेष तौर पर चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतार रहे हैं। चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 29 अक्टूबर को पूरी हो चुकी है और नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 3 नवंबर तय की गई है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। पार्टी ने इस चुनाव के लिए अपने प्रमुख और अनुभवी नेताओं को स्टार प्रचारकों के रूप में मैदान में उतारा है। मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, और प्रियंका गांधी जैसे नेताओं के नेतृत्व में कांग्रेस राज्य में अपने समर्थकों को संगठित करने और अधिक से अधिक मतदाताओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है। पार्टी की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है, यह चुनाव के नतीजे तय करेंगे, लेकिन कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।