
विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े गए विधायक रमन अरोड़ा के करीबी सहयोगी महेश मखीजा उर्फ राजू को आख़िरकार गुरुवार देर रात फगवाड़ा में एक दोस्त की फैक्ट्री से गिरफ्तार कर लिया। मखीजा पिछले कई दिनों से फरार था और उसने अपनी पहचान छुपाने के लिए दाढ़ी-मूंछ कटवा ली थी और चेहरा ढक कर फगवाड़ा बस के जरिए पहुंचा था।
सूत्रों के अनुसार, मखीजा ने अपनी सफेद थार गाड़ी जेल चौक के पास एक मंदिर वाली रोड पर खड़ी कर दी थी और वहां से पैदल ही निकल गया था। जब विजिलेंस को उसकी लोकेशन फगवाड़ा इलाके में मिली, तो देर रात छापा मार कर उसे हिरासत में ले लिया गया। उसके साथ फैक्ट्री मालिक और दो अन्य लोगों को भी पकड़ा गया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
गिरफ्तारी के बाद महेश मखीजा को जालंधर ले जाकर पूछताछ की गई। उसके पास से एक बैग मिला, जिसमें कुछ कपड़े, चार मोबाइल फोन, 15 से 20 सिम कार्ड और थोड़ा बहुत कैश बरामद हुआ। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि मखीजा लगातार अलग-अलग नंबरों से अपने दोस्तों और साथियों से संपर्क में था और हर अपडेट ले रहा था।
विजिलेंस की टीम ने महेश मखीजा को उसके घर भी ले जाकर छापा मारा, जहां से एक बड़ा खुलासा हुआ। घर की छत पर रखी पानी की टंकी से 29 लाख रुपये कैश बरामद हुए, जिन्हें उसने रमन अरोड़ा के घर पर रेड के बाद जल्दबाज़ी में वहां छुपाया था। इसके अलावा उसकी थार गाड़ी से कई अहम दस्तावेज और प्रॉपर्टी रजिस्ट्रियां भी मिली हैं।
मखीजा की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस को संदेह है कि बड़ी मात्रा में कैश और दस्तावेज अभी भी अलग-अलग ठिकानों पर छुपाए गए हैं। इसी कारण से मखीजा को साथ लेकर कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, महेश मखीजा से इस एंगल से भी जांच हो रही है कि विधायक रमन अरोड़ा ने जो रिश्वत के पैसे लिए थे, उन्हें कहां-कहां छुपाया गया और उन पैसों से किन-किन जगहों पर प्रॉपर्टी खरीदी गई। विजिलेंस को शक है कि रमन अरोड़ा, उसका रिश्तेदार राजू मदान और बेटा राजन अरोड़ा — तीनों ने मिलकर मोहाली, चंडीगढ़ और खरड़ जैसे इलाकों में पैसे निवेश किए हैं।
फिलहाल रमन अरोड़ा का बेटा राजन और रिश्तेदार राजू मदान अभी भी फरार हैं। विजिलेंस की टीमें उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अभी तक वे गिरफ्त से बाहर हैं।
विजिलेंस की कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि मामला केवल रिश्वतखोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें बड़े पैमाने पर काले धन को छुपाने और संपत्तियां खरीदने का खेल भी शामिल है। अब देखना होगा कि आगे की जांच में और क्या-क्या खुलासे होते हैं।