अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो दिवाली का मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आपके लिए विशेष महत्व रखता है। इस साल दिवाली मनाने को लेकर कन्फ्यूजन जरूर है, क्योंकि कुछ लोग 31 अक्टूबर को दिवाली मना रहे हैं, जबकि कुछ इसे 1 नवंबर को मना रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने अपने ट्रेडर्स का कन्फ्यूजन दूर करने के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग का शेड्यूल जारी किया है। एक्सचेंज की घोषणा के मुताबिक, इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर, 2024 को होगी।
दिवाली के मौके पर बीएसई और एनएसई की तरफ से मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा काफी समय से चली आ रही है। इस दौरान बाजार में निवेश के लिए कुछ समय के लिए विशेष सत्र खोला जाता है, जिसे ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ कहा जाता है। इस दिन निवेशक शुभ और लाभकारी स्टॉक्स में निवेश करना पसंद करते हैं, ताकि नए साल की शुरुआत अच्छे रिटर्न के साथ हो।
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग?
मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन हर साल दिवाली के अवसर पर किया जाता है। सामान्यत: दिवाली के दिन शेयर बाजार बंद रहता है, लेकिन इस विशेष अवसर पर कुछ समय के लिए बाजार खुला रहता है ताकि निवेशक सांकेतिक रूप से नए साल की शुरुआत में निवेश कर सकें। भारतीय परंपरा के अनुसार, दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग को शुभ माना जाता है और निवेशक इसे अच्छे रिटर्न का प्रतीक मानते हैं। यह परंपरा पिछले कई दशकों से चली आ रही है और इसे बाजार में नई शुरुआत के रूप में देखा जाता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान कई ट्रेडर्स और निवेशक अपने निवेश पोर्टफोलियो में विस्तार करते हैं या नए निवेश करते हैं। इस दिन खरीदे गए शेयर को अच्छे रिटर्न का प्रतीक मानते हुए लंबे समय तक पोर्टफोलियो में रखा जाता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग का शेड्यूल और टाइमिंग
इस बार NSE और BSE ने 1 नवंबर, 2024 को मुहूर्त ट्रेडिंग का शेड्यूल जारी किया है। ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए इस शेड्यूल में समय-सारिणी को स्पष्ट रूप से बताया गया है:
ब्लॉक डील विंडो: शाम 5:30 बजे से शाम 5:45 बजे तक
प्री-ओपनिंग सेशन: शाम 5:45 बजे से शाम 6:00 बजे तक
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन: शाम 6:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक
पीरियोडिक कॉल ऑक्शन टाइमिंग: शाम 6:05 बजे से शाम 6:50 बजे तक
क्लोजिंग सेशन: शाम 7:00 बजे से शाम 7:10 बजे तक
पोस्ट क्लोजिंग: शाम 7:10 बजे से शाम 7:20 बजे तक
यह शेड्यूल ट्रेडर्स को सही समय पर ट्रेडिंग करने का मौका देगा और उन्हें इस शुभ मुहूर्त पर निवेश की सुविधा प्रदान करेगा।
मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व
मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व भारतीय शेयर बाजार के ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए खास है। दिवाली के दिन नए निवेश की शुरुआत को भविष्य में अच्छे रिटर्न का प्रतीक माना जाता है। निवेशक इस सत्र में उन स्टॉक्स को चुनते हैं जो उन्हें शुभ और लाभकारी लगते हैं। इस दिन किए गए निवेश को केवल वित्तीय लाभ से नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और शुभकामनाओं के साथ जोड़कर देखा जाता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान खरीदे गए स्टॉक्स से लंबे समय में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है। हालांकि यह सत्र केवल एक घंटे का होता है, फिर भी ट्रेडर्स के लिए इस समय को महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है।
दिवाली पर छुट्टी, 1 नवंबर को बंद रहेगा शेयर बाजार
दिवाली के दिन यानी 31 अक्टूबर को भले ही दिवाली का पर्व मनाया जा रहा हो, लेकिन NSE और BSE ने इस दिन शेयर बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है। इसी कारण से, दिवाली के अगले दिन यानी 1 नवंबर को मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाएगा। इस खास ट्रेडिंग सत्र के लिए एक्सचेंज की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, ताकि ट्रेडर्स और निवेशकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेश का तरीका
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेश करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, निवेशकों को उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए जो आर्थिक रूप से स्थिर और भविष्य में बेहतर प्रदर्शन की संभावना रखती हैं। कई निवेशक इस समय ब्लू-चिप स्टॉक्स का चयन करते हैं, क्योंकि ये कंपनियां दीर्घकालिक निवेश के लिए सुरक्षित मानी जाती हैं।
इसके अलावा, यदि निवेशक पहले से ही किसी स्टॉक में निवेश कर चुके हैं तो इस दौरान अपनी होल्डिंग को बढ़ा सकते हैं। यह अवसर उन्हें अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने और नए स्टॉक्स को शामिल करने का भी मौका देता है।
क्या लाभ मिल सकता है?
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान किए गए निवेश से निवेशकों को मनोवैज्ञानिक रूप से लाभ होता है, क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। इसके अलावा, दिवाली के आस-पास शेयर बाजार में स्थिरता और सकारात्मक रुझान देखने को मिलता है, जिससे निवेशकों को अच्छे रिटर्न की उम्मीद रहती है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को केवल मुहूर्त के आधार पर निवेश नहीं करना चाहिए। यह जरूरी है कि निवेशक अपनी वित्तीय योजना और लंबी अवधि के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए निवेश करें।
मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय परंपरा और निवेश की दुनिया का एक सुंदर मिश्रण है। दिवाली के इस पर्व पर निवेशक शुभ शुरुआत करने के उद्देश्य से अपनी रणनीति तैयार करते हैं। मुहूर्त ट्रेडिंग का यह विशेष सत्र एक ऐसा अवसर है जो निवेशकों को नई ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ निवेश करने की प्रेरणा देता है। इसलिए, यदि आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग में भाग लेकर अपनी नई शुरुआत को शुभ और लाभकारी बना सकते हैं।