प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में एक बार फिर आग लगने की खबर सामने आई है। शुक्रवार को शंकराचार्य मार्ग स्थित स्कैटर-18 में कई पंडाल जलकर राख हो गए। आग लगने के तुरंत बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंच गईं और आग बुझाने का काम तेजी से जारी है। इस दौरान प्रशासन ने भीड़ को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए बैरिकेडिंग कर दी है ताकि कोई अनहोनी न हो। हालाँकि, अभी तक आग लगने के सटीक कारण का पता नहीं चल सका है।
पहले भी लगी थी आग
यह पहली बार नहीं है जब महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लगी हो। इससे पहले 19 जनवरी को भी एक बड़ी आग लगी थी, जिसमें गीता प्रेस के 180 कॉटेज जलकर राख हो गए थे। उस समय प्रशासन ने आग पर काबू तो पा लिया था, लेकिन अब एक बार फिर आग लगने की घटना ने सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
महाकुंभ का 26वां दिन, श्रद्धालुओं की भारी भीड़
आज महाकुंभ का 26वां दिन है और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम में स्नान के लिए उमड़ रही है। खासतौर पर शुक्रवार को संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है। प्रशासन को आशंका है कि शनिवार और रविवार को भीड़ और ज्यादा बढ़ सकती है। इसे देखते हुए पुलिस लगातार योजना में बदलाव कर रही है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।
अखाड़ों ने शुरू की पैकिंग
महाकुंभ मेले में अब धीरे-धीरे अखाड़ों ने अपनी पैकिंग शुरू कर दी है। इसी वजह से श्रद्धालुओं को अखाड़ों के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। हालांकि, इस बार कुंभ में काफी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा था, लेकिन आग की घटनाएं चिंता बढ़ा रही हैं।
40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया स्नान
महाकुंभ मेले की शुरुआत 13 जनवरी से हुई थी और अब तक 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं। अभी भी मेले के 19 दिन और बाकी हैं, और श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है। प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा इंतजामों को मजबूत कर रहा है।
क्या है प्रशासन की रणनीति?
आग की इस घटना के बाद प्रशासन अब और ज्यादा सतर्क हो गया है। पुलिस और दमकल विभाग लगातार मेले की निगरानी कर रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। इसके अलावा, अग्निकांड के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
श्रद्धालुओं से अपील
मेले में बढ़ती भीड़ और बार-बार आग लगने की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सतर्क रहें और आग से बचाव के लिए प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। फिलहाल, राहत की बात यह है कि आग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन इस तरह की घटनाओं से महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं।