मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़, कई महिलाएं और बुजुर्ग घायल
मेरठ के परतापुर स्थित शताब्दी नगर सेक्टर 4 में आयोजित महा शिवपुराण कथा के दौरान भगदड़ मचने से कई महिलाएं और बुजुर्ग घायल हो गए। यह घटना कथा स्थल की एंट्री गेट पर हुई, जहां श्रद्धालु जमा हुए थे। घबराहट और धक्कामुक्की के कारण हादसा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही मेरठ के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एसएसपी ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना का विवरण
पंडित प्रदीप मिश्रा की महा शिवपुराण कथा में हर रोज़ करीब 1 लाख भक्त आते हैं, और जैसे-जैसे समय बढ़ता है, इस संख्या में वृद्धि हो जाती है। कथा स्थल पर भीड़ इतनी ज्यादा होती है कि दो घंटे में यह संख्या डेढ़ लाख के करीब पहुंच जाती है। इस दिन भी कथा के दौरान इसी तरह की भीड़ थी, जब एंट्री गेट पर अंदर जा रही महिलाओं को बाउंसर्स ने रोका, जिसके बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई। अचानक बढ़ी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई और कई लोग दब गए। पुलिस के अनुसार इस घटना में कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं।
कथा आयोजन और सुरक्षा व्यवस्था
15 दिसंबर से 21 दिसंबर तक श्री केदारेश्वर सेवा समिति द्वारा पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा रोजाना दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक होती है, जिसमें न केवल मेरठ, बल्कि आसपास के जिलों और अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं। कथा स्थल पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी, जिसमें करीब 1 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। बावजूद इसके इस तरह की भगदड़ की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आलोक अधिकारी और पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद मेरठ के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एसएसपी ने घटना की जांच का आदेश दिया है और कहा है कि जो भी इस घटना के जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस ने घटनास्थल से जुड़े सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है।
निष्कर्ष
यह घटना आयोजकों और प्रशासन के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भविष्य में और बेहतर सुरक्षा उपायों की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस हादसे के बाद उम्मीद की जा रही है कि आगामी आयोजनों में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़ी व्यवस्था की जाएगी।