
कनाडा की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है! मार्क कार्नी को लिबरल पार्टी का नया नेता चुना गया है और वे कनाडा के 24वें प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। वे जस्टिन ट्रूडो की जगह लेंगे, जिन्होंने जनवरी में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। पार्टी के नेतृत्व के लिए हुए चुनाव में कार्नी ने 85.9% वोटों से शानदार जीत दर्ज की।
मार्क कार्नी कौन हैं?
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
मार्क कार्नी का जन्म कनाडा के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के एक छोटे से शहर में हुआ था। उन्होंने हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की। छात्र जीवन में वे हॉकी खिलाड़ी भी थे।
बैंकिंग और अर्थशास्त्र में करियर:
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत गोल्डमैन सैक्स में निवेश बैंकिंग से की। 2008 के वित्तीय संकट के दौरान, वे बैंक ऑफ कनाडा के गवर्नर थे और उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद वे बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर बने, जहां उन्होंने ब्रेक्सिट के दौरान भी महत्वपूर्ण फैसले लिए।
संयुक्त राष्ट्र में योगदान:
बैंकिंग सेक्टर में योगदान देने के बाद, 2020 में वे संयुक्त राष्ट्र से जुड़े, जहां उन्होंने पर्यावरण और सतत विकास जैसे विषयों पर काम किया।
राजनीति में एंट्री और प्रधानमंत्री बनना
मार्क कार्नी पहली बार राजनीति में आए हैं। उन्होंने अब तक कोई चुनाव नहीं लड़ा था और न ही कनाडा की संसद में कोई पद संभाला था। इसके बावजूद, उनकी आर्थिक विशेषज्ञता और नेतृत्व क्षमता के कारण लिबरल पार्टी में उन्हें जबरदस्त समर्थन मिला। पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में उन्होंने 85.9% वोटों से जीत दर्ज की।
अब वे कनाडा की गवर्नर जनरल मैरी साइमन से मिलेंगे, जो उन्हें सरकार बनाने का न्योता देंगी। इसके बाद वे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
अमेरिका और कनाडा के व्यापारिक संबंधों पर बयान
मार्क कार्नी ने अपने चुनाव प्रचार में अमेरिकी नीतियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिका कनाडा के साथ निष्पक्ष व्यापार नहीं करेगा, तब तक टैरिफ जारी रहेगा। इससे साफ है कि वे कनाडा की आर्थिक संप्रभुता को प्राथमिकता देंगे।
प्रधानमंत्री के रूप में चुनौतियां
मार्क कार्नी ऐसे समय में सत्ता संभाल रहे हैं जब—
1. कनाडा की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है।
2. अमेरिका और कनाडा के व्यापारिक संबंधों में तनाव है।
3. आगामी आम चुनावों में लिबरल पार्टी की स्थिति मजबूत करनी होगी।
मार्क कार्नी की प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति कनाडा की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत है। उनकी अर्थशास्त्र और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग में गहरी समझ से उम्मीद है कि वे देश को आर्थिक स्थिरता और विकास की ओर ले जाएंगे। अब देखना होगा कि वे अपनी नीतियों से देश को किस दिशा में आगे बढ़ाते हैं।