पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भगवान विश्वकर्मा के प्रकाश उत्सव के अवसर पर राज्य के लोगों को हार्दिक बधाई दी है। इस विशेष दिन पर मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में भगवान विश्वकर्मा की महिमा का उल्लेख करते हुए कहा कि वह संपूर्ण ब्रह्मांड के रचयिता हैं और उन्हें मशीनरी तथा औजारों का विशेषज्ञ माना जाता है।
भगवान विश्वकर्मा को भारतीय संस्कृति में सभी मशीनों के रचनाकार के रूप में पूजा जाता है। उनका योगदान केवल रचनात्मकता तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने भारतीय दस्तकारों, कारीगरों और श्रमिकों के बीच सच्ची और पवित्र मेहनत की भावना को भी जन्म दिया है। मुख्यमंत्री मान ने इस संदर्भ में कहा कि भगवान विश्वकर्मा की रचना ने हमारे समाज में श्रम के प्रति सम्मान और श्रद्धा को बढ़ाया है, जो कि हमारे सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने कारीगरों और श्रमिकों से अपील की कि वे भगवान विश्वकर्मा के सिद्धांतों का पालन करते हुए राज्य और देश की बुनियादी संरचना को मजबूत करने के लिए और अधिक मेहनत और समर्पण के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम अपने काम के प्रति निष्ठावान रहें और समाज के विकास में योगदान दें।
भगवंत सिंह मान ने इस अवसर पर सभी को याद दिलाया कि श्रमिकों और कारीगरों की मेहनत से ही समाज में बदलाव आ सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हम भगवान विश्वकर्मा के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाएंगे, तो न केवल हम अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे, बल्कि अपने समाज को भी आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री ने भगवान विश्वकर्मा के प्रकाश उत्सव को न केवल एक धार्मिक आयोजन के रूप में, बल्कि श्रम और समर्पण के प्रतीक के रूप में मनाने का आह्वान किया। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि वे इस अवसर को एक नई प्रेरणा के रूप में लें और अपने कार्यों में दृढ़ता और मेहनत को बनाए रखें।