सोशल मीडिया प्लेटफार्म मेटा ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें उसने 2 लाख से अधिक फेसबुक अकाउंट्स को बैन कर दिया है। ये अकाउंट्स विशेष रूप से उन अपराधी संगठनों से जुड़े हुए थे जो Pig Butchering स्कैम के तहत लोगों को धोखा दे रहे थे। मेटा का यह कदम साइबर धोखाधड़ी पर रोक लगाने और उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
क्या है Pig Butchering स्कैम?
Pig Butchering एक प्रकार का ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें स्कैमर लोग डेटिंग ऐप्स, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और अन्य मेसेजिंग एप्स के माध्यम से लोगों से दोस्ती करते हैं। ये स्कैमर पहले किसी को अपनी दोस्ती से विश्वास में लेते हैं और फिर उन्हें किसी निवेश योजना में पैसे लगाने के लिए मनाते हैं। जब लोग इन योजनाओं में पैसा निवेश करते हैं, तो स्कैमर उनका पैसा लेकर गायब हो जाते हैं। इस प्रकार की धोखाधड़ी को “Pig Butchering” नाम दिया गया है, क्योंकि इसमें पहले तो लोग इन धोखेबाजों के जाल में फंसते हैं, फिर उनके पैसे का फायदा उठाया जाता है।
स्कैमर आम तौर पर सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और डेटिंग साइट्स का इस्तेमाल करते हैं। ये जालसाज व्यक्तियों से सीधा संपर्क करते हैं और उनके साथ विश्वास बनाने के बाद उन्हें विभिन्न प्रकार के निवेश योजनाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके बाद, वे बड़ी जल्दी से उनसे धन इकट्ठा कर लेते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। इस तरह के धोखाधड़ी से लाखों लोगों को नुकसान हुआ है, जिससे मेटा ने कठोर कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की।
मेटा की कार्रवाई
मेटा ने 2 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन कर दिया है, जो इस स्कैम से जुड़े हुए थे। ये अकाउंट्स अपराधी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे थे और उनका उद्देश्य फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफार्म्स पर धोखाधड़ी को बढ़ावा देना था। मेटा ने अपनी “Dangerous Organizations and Individuals” (DOI) नीति के तहत इन अकाउंट्स को बैन किया। इसके तहत, मेटा ने उन अकाउंट्स पर कार्रवाई की है जो धोखाधड़ी, धोखा देने और किसी भी अन्य अवैध गतिविधियों में लिप्त थे।
मेटा ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह लगातार अपनी नीतियों को कड़ा कर रहा है और अपराधी गतिविधियों को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रख रहा है। मेटा का कहना है कि इस प्रकार के धोखाधड़ी के मामलों में अधिक से अधिक संलिप्तता को रोकने के लिए वह अन्य कंपनियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। मेटा ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स का इस्तेमाल बढ़ा है, और साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
धोखाधड़ी को रोकने के लिए मेटा का सहयोग
मेटा ने यह भी कहा कि वह अपने उपयोगकर्ताओं को इस प्रकार के धोखाधड़ी से बचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। कंपनी अपने प्लेटफॉर्म्स पर सख्त निगरानी रखने के लिए कई प्रकार के सुरक्षा उपायों को लागू कर रही है। इसके अलावा, मेटा अन्य कंपनियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर इस प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने के लिए काम कर रहा है।
मेटा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर अवैध गतिविधियों की पहचान करने और उन्हें रोकने के लिए कई नई तकनीकों का विकास किया है। इस प्रक्रिया में, वे संदिग्ध अकाउंट्स और पोस्ट्स को ट्रैक करने के लिए एडवांस्ड अल्गोरिदम्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे मेटा को धोखाधड़ी और अन्य अवैध गतिविधियों को जल्दी पहचानने और उन पर कार्रवाई करने में मदद मिल रही है।
मेटा का बयान और भविष्य की योजना
मेटा ने कहा कि वह अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है और कोई भी व्यक्ति जो धोखाधड़ी करने की कोशिश करेगा, वह उनके प्लेटफार्म्स पर नहीं टिक पाएगा। कंपनी ने अपने बयान में कहा, “हमारा उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखना है और हम इस प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने के लिए लगातार नई रणनीतियों और तकनीकों का विकास कर रहे हैं।” मेटा का यह कदम इस बात का संकेत है कि वह अपने प्लेटफार्म्स को सुरक्षित और उपयोगकर्ताओं के लिए भरोसेमंद बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है।