
पंजाब सहित देश के कुछ सरहदी राज्यों में कल यानी वीरवार शाम को एक बड़ी मॉक ड्रिल की जाएगी। यह मॉक ड्रिल नागरिक सुरक्षा (सिविल सेफ्टी) के तहत की जा रही है, ताकि किसी आपात स्थिति में आम लोगों और प्रशासन की तैयारियों को परखा जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, यह मॉक ड्रिल सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर, गुजरात और राजस्थान जैसे सीमावर्ती राज्यों में भी एक साथ की जाएगी। इन इलाकों की संवेदनशील स्थिति को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा समय-समय पर इस तरह की सुरक्षा अभ्यास किए जाते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भी जब देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉक ड्रिल की गई थी, तो अगले ही दिन भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक सैन्य कार्रवाई की थी। ऐसे में मॉक ड्रिल को लेकर लोगों में हमेशा थोड़ा उत्साह और चिंता दोनों रहती है।
भारत सरकार लगातार कह रही है कि “ऑपरेशन सिंधूर” अभी पूरा नहीं हुआ है और देश की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी के तहत, नागरिक सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। मॉक ड्रिल के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अगर युद्ध जैसी या आपातकालीन स्थिति पैदा होती है, तो प्रशासन और आम लोग किस हद तक तैयार हैं।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की ड्रिल्स से ना सिर्फ एजेंसियों को अभ्यास मिलता है, बल्कि आम जनता में भी सजगता और आत्मविश्वास आता है।
सरकार ने अपील की है कि लोग इस मॉक ड्रिल को लेकर घबराएं नहीं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इसका मकसद केवल सुरक्षा तंत्र की परख करना है। प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील की है और कहा है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।वीरवार शाम को होने वाली यह मॉक ड्रिल देश की सुरक्षा को लेकर सरकार की सतर्कता का प्रतीक है। नागरिकों को चाहिए कि वे इसमें सहयोग करें और किसी भी स्थिति के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें।