
पंजाब सरकार ने विद्यार्थियों की पढ़ाई में सुधार और माता-पिता व शिक्षकों के बीच संवाद को मज़बूत करने के उद्देश्य से शनिवार को पूरे राज्य में मेगा पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग (PTM) का आयोजन किया। यह पहली बार हुआ जब गर्मियों की छुट्टियों से पहले ऐसी बड़ी बैठक करवाई गई, ताकि अभिभावकों को उनके बच्चों की शैक्षणिक प्रगति और व्यवहारिक विकास की सही जानकारी मिल सके।
शिक्षा मंत्री ने स्कूलों का दौरा किया
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने श्री आनंदपुर साहिब क्षेत्र के कई गांवों जैसे स्वामीपुर, बिभौर साहिब, कलसेड़ा, रामपुर साहनी, मौजेवाल, छोटेवाल, सूरेवाल, सुखसाल और कुलगड़ां के सरकारी स्कूलों का दौरा किया। वहाँ उन्होंने शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों से सीधा संवाद किया और उनकी राय जानी।
17 लाख से अधिक अभिभावकों की भागीदारी
श्री बैंस ने बताया कि इस विशेष पीटीएम में 17 लाख से अधिक माता-पिता ने भाग लिया। उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई, स्कूल में प्रदर्शन और छुट्टियों के लिए मिले होमवर्क की जानकारी लेने में गहरी रुचि दिखाई। कई स्कूलों में अभिभावकों ने शिक्षकों के साथ बैठकर विस्तार से चर्चा की।
शिक्षा से जुड़ी कई पहलुओं पर बात
पीटीएम के दौरान स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों ने अभिभावकों को 15 जुलाई 2025 को होने वाली द्विमासिक परीक्षा की तैयारी के बारे में बताया। कक्षा 3 से 8 तक के बच्चों को चल रहे ‘मिशन समर्थ’ के अंतर्गत तैयार किए गए ऑनलाइन वीडियो लेक्चर और अभ्यास प्रश्नों के बारे में भी जानकारी दी गई, ताकि बच्चे गर्मियों की छुट्टियों में पढ़ाई से जुड़े रहें।
पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी जागरूकता
पीटीएम के साथ-साथ, राज्य के 19,000 से अधिक सरकारी स्कूलों में विश्व पर्यावरण दिवस 2025 भी मनाया गया। इस साल की थीम थी – “प्लास्टिक प्रदूषण खत्म करें”। स्कूलों में वृक्षारोपण, कपड़े के बैग बनाने की प्रदर्शनी, बैक वितरण, और पोषण बाग जैसी गतिविधियाँ की गईं। इसका मकसद बच्चों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और टिकाऊ जीवनशैली की समझ विकसित करना था।
बस्ता-रहित दिन का आयोजन
कक्षा 6वीं से 10वीं तक के विद्यार्थियों के लिए ‘बस्ता-रहित दिवस’ मनाया गया। इस दिन बच्चों ने पढ़ाई के बजाय हस्तकला, चित्रकला, नाटक, खेल-कूद और प्रदर्शनियों में भाग लिया। इससे बच्चों में अनुभव आधारित शिक्षा को बढ़ावा मिला और उनकी रचनात्मकता को उजागर करने का मौका मिला।
शिक्षा मंत्री की अपील
श्री बैंस ने कहा कि शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि घर और स्कूल का तालमेल ही बच्चों के समग्र विकास की कुंजी है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे छुट्टियों के दौरान भी बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें और उन्हें सकारात्मक माहौल दें।
—
पंजाब सरकार की यह पहल माता-पिता, शिक्षक और छात्र के बीच त्रिकोणीय संबंध को मज़बूत करने की दिशा में एक सार्थक कदम है। इससे न केवल बच्चों की पढ़ाई बेहतर होगी, बल्कि वे समाज और पर्यावरण के प्रति भी ज़िम्मेदार बनेंगे।