प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार) नमो भारत कॉरिडोर के नए फेज का उद्घाटन कर । 13 किलोमीटर लंबा यह अतिरिक्त फेज साहिबाबाद और न्यू अशोकनगर के बीच स्थित है। इस उद्घाटन के साथ ही नमो भारत ट्रेन पहली बार दिल्ली में प्रवेश कर रही है। इस नए फेज के शुरू होने से दिल्ली और मेरठ के बीच कनेक्टिविटी को एक नया आयाम मिलेगा।
दिल्ली-मेरठ यात्रा होगी आसान
अब तक नमो भारत कॉरिडोर का 42 किलोमीटर का हिस्सा साहिबाबाद से मेरठ के बीच चालू था, जिसमें कुल 9 स्टेशन थे। आज के उद्घाटन के बाद यह रूट 55 किलोमीटर का हो गया है और स्टेशन की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। यह ट्रेन आज शाम 5 बजे से यात्रियों के लिए शुरू होगी। इसके बाद यह प्रत्येक 15 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध होगी।
इस ट्रेन के जरिए दिल्ली से मेरठ के बीच यात्रा में लगने वाला समय एक तिहाई कम हो जाएगा। यात्री अब महज 40 से 45 मिनट में दिल्ली से मेरठ पहुंच पाएंगे।
पहली बार भूमिगत मार्ग पर चलेगी नमो भारत ट्रेन
इस नए फेज का 6 किलोमीटर का हिस्सा भूमिगत है, जिसमें आनंद विहार स्टेशन शामिल है। यह पहली बार है जब नमो भारत ट्रेन भूमिगत मार्ग पर चलेगी। आनंद विहार स्टेशन को इस परियोजना का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण स्टेशन माना जा रहा है। इस स्टेशन से मेरठ साउथ स्टेशन तक की दूरी यात्री सिर्फ 35 मिनट में तय कर सकेंगे।
मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन को प्राथमिकता
नमो भारत परियोजना के तहत मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन को प्राथमिकता दी गई है। यह परियोजना यात्रियों के लिए यात्रा को सहज और सुलभ बनाने के उद्देश्य से तैयार की गई है। इसका निर्माण पीएम गति शक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत किया गया है।
यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं
इस परियोजना को यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएं यात्रियों को प्रदान की जाएंगी:
1. मुफ्त पेयजल और शौचालय की सुविधा
स्टेशन पर यात्रियों को मुफ्त पेयजल और स्वच्छ शौचालय की सुविधा दी जाएगी।
2. समावेशी सुविधाएं
बुजुर्गों और विकलांग यात्रियों के लिए विशेष समावेशी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
3. सुरक्षा का खास ध्यान
सभी स्टेशन और ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध किया गया है। हर ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है।
4. विशेष स्थान
ट्रेन के अंदर व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए विशेष स्थान उपलब्ध हैं।
5. पैनिक बटन और अटेंडेंट सुविधा
हर कोच में आपात स्थिति से निपटने के लिए पैनिक बटन उपलब्ध होगा। साथ ही, यात्रियों की सहायता के लिए हर ट्रेन में एक अटेंडेंट मौजूद रहेगा।
तकनीकी चुनौती का समाधान
आनंद विहार स्टेशन का निर्माण तकनीकी रूप से काफी चुनौतीपूर्ण था। इसे आधुनिक तकनीक के उपयोग से साकार किया गया है। यह स्टेशन न केवल बड़ा है, बल्कि इसकी डिजाइन यात्रियों के आराम और सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।
पर्यावरण और विकास का संगम
नमो भारत कॉरिडोर को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को सुधारना है, बल्कि यात्रियों को एक उच्च गुणवत्ता वाली यात्रा का अनुभव प्रदान करना भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना को देश के विकास और आधुनिक परिवहन सुविधाओं का एक बड़ा कदम बताया। उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल यात्रा को तेज और आरामदायक बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी गति देगी।
नमो भारत कॉरिडोर अब दिल्ली-मेरठ क्षेत्र के लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा, जहां समय, सुरक्षा और सुविधाओं को प्राथमिकता दी गई है।