
अमृतसर ग्रामीण पुलिस को नशा तस्करी और हवाला नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस गिरोह के एक मुख्य साथी गुरपाल सिंह को गिरफ्तार किया है, जो इस नेटवर्क के वित्तीय लेन-देन को संभालने में अहम भूमिका निभा रहा था।
गुरपाल सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने उसके पास से ₹91 लाख की हवाला राशि, 5,000 अमेरिकी डॉलर, 34 दिरहम, और एक करेंसी गिनने की मशीन भी बरामद की है। ये सभी चीजें इस बात का साफ़ संकेत देती हैं कि ये नेटवर्क सीमा पार तक फैला हुआ था और इसका दायरा काफी बड़ा था।
पुलिस के मुताबिक, ये गिरफ्तारी नशा तस्करी और संगठित अपराध से जुड़े आर्थिक नेटवर्क पर बड़ी चोट है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की वित्तीय कड़ियों की जांच कर रही है, ताकि इसे जड़ से खत्म किया जा सके।
पंजाब पुलिस ने साफ़ किया है कि नशा और अवैध धन के कारोबार को समर्थन देने वाले हर व्यक्ति और संस्था के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि उनका मिशन न सिर्फ ड्रग्स तस्करों को पकड़ना है, बल्कि उनके आर्थिक आधार को भी पूरी तरह से खत्म करना है, ताकि भविष्य में ये नेटवर्क फिर से खड़ा न हो सके।
अधिकारियों ने बताया कि गुरपाल सिंह न सिर्फ पैसों का लेन-देन करता था, बल्कि हवाला के ज़रिए विदेशों से आए पैसे को भारत में ड्रग्स के कारोबार में लगाने में भी शामिल था। ऐसे मामलों में विदेशी मुद्राओं की मौजूदगी यह साबित करती है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क है।
इस कार्रवाई से यह भी साफ हो गया है कि पुलिस केवल नशे के सौदागरों को पकड़ने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अब पूरा ध्यान उनके आर्थिक स्रोतों और सहयोगियों को भी खत्म करने पर है।
@PunjabPoliceInd ने इस कार्रवाई की जानकारी सोशल मीडिया पर भी साझा की और यह विश्वास दिलाया कि नशा तस्करी के खिलाफ उनकी लड़ाई निरंतर और सख्त बनी रहेगी।
यह गिरफ्तारी एक बड़ा संदेश है उन सभी के लिए जो हवाला या ड्रग्स के कारोबार में शामिल हैं—अब कोई भी कानून से बच नहीं सकता। पंजाब पुलिस की यह रणनीति नशा कारोबार की जड़ों को काटने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।