
नासा का पर्सवियरेंस रोवर एक बार फिर चर्चा में है। ये रोवर मंगल ग्रह पर जेजेरो क्रेटर नाम की जगह पर लगातार चौंकाने वाली खोजें कर रहा है। हाल ही में उसे वहां कई अलग-अलग तरह की चट्टानें मिली हैं, जो मंगल के पुराने इतिहास की कहानी कह रही हैं।
क्या है जेजेरो क्रेटर?
जेजेरो क्रेटर एक ऐसा इलाका है, जो कभी झील हुआ करता था, लेकिन अब पूरी तरह सूख चुका है। पर्सवियरेंस रोवर पिछले दिसंबर से इस इलाके की एक ऊँची ढलान, जिसे “विच हेजल हिल” कहा जाता है, पर काम कर रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस जगह पर छिपे राज मंगल के मौसम और वातावरण के पुराने समय की जानकारी दे सकते हैं।
रोवर की शानदार खोजें
पिछले कुछ महीनों में रोवर ने पाँच चट्टानों के नमूने इकट्ठे किए, सात चट्टानों की अच्छी तरह जांच की और 83 चट्टानों पर लेज़र से टेस्ट किए। नासा के मुताबिक, चार सालों में पहली बार रोवर ने इतने कम समय में इतनी ज्यादा जानकारी जुटाई है।
सोने जैसी चट्टानें
नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी की वैज्ञानिक केटी मॉर्गन के अनुसार, जेजेरो क्रेटर का पश्चिमी हिस्सा वैज्ञानिकों के लिए सोने की खान साबित हो रहा है। यहां ऐसी चट्टानें मिली हैं जो बहुत गहराई से निकली हैं—शायद उल्कापात की वजह से। रोवर को “सिल्वर माउंटेन” नाम की एक खास चट्टान मिली है, जो लगभग 3.9 अरब साल पुरानी मानी जा रही है। यह चट्टान उस समय की हो सकती है जब मंगल पर उल्कापात बहुत ज्यादा होते थे।
पानी और ज्वालामुखी का मिलन
सिर्फ यही नहीं, पास में एक और चट्टान मिली है जिसमें ‘सर्पेंटाइन’ नाम का खनिज पाया गया है। यह खनिज तब बनता है जब पानी और ज्वालामुखी चट्टानें मिलते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस प्रक्रिया से हाइड्रोजन गैस बनती है, जो जीवन के लिए जरूरी होती है। यह संकेत करता है कि मंगल पर कभी जीवन की संभावना रही हो सकती है।
अब आगे क्या?
विच हेजल हिल के आसपास अभी और भी चट्टानें हैं जिनकी खोज बाकी है। रोवर से मिली जानकारी के आधार पर वैज्ञानिक तय करेंगे कि अगला नमूना कहाँ से लिया जाए। केटी मॉर्गन कहती हैं, “यह इलाका वैज्ञानिकों के लिए रोमांचक है, क्योंकि हर कदम पर कुछ नया मिल रहा है।”
क्या मंगल पर था जीवन?
वैज्ञानिक चाहते हैं कि इन चट्टानों को धरती पर लाया जाए ताकि वे और गहराई से पता लगा सकें कि क्या मंगल पर कभी जीवन था। लेकिन यह काम आसान नहीं है। इसके लिए नासा को बहुत समय और पैसा लगाना होगा।
उम्मीदें बढ़ीं
पर्सवियरेंस रोवर की खोजों से उम्मीदें बढ़ गई हैं कि एक दिन हम यह जान पाएंगे कि क्या मंगल कभी जीवन से भरा हुआ था। अगर यह साबित हो गया, तो वह दिन दूर नहीं जब इंसान मंगल ग्रह पर रहने का सपना भी सच कर सकेगा।
मंगल की चुप चट्टानें अब बोलने लगी हैं, और हर नई खोज एक नए इतिहास को सामने ला रही है!