महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच अजित पवार गुट के नेता और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक का नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जोड़ा गया, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई है। मलिक ने अपने खिलाफ इस तरह के आरोपों पर सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी उनका नाम दाऊद से जोड़ेगा, उस पर मानहानि का मुकदमा किया जाएगा।
आरोपों पर मलिक का कड़ा जवाब
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने अपने खिलाफ लगाए जा रहे अंडरवर्ल्ड से संबंधों के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मलिक ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, “मेरे खिलाफ गलत बातें कही जा रही हैं और मुझे आतंकवादी करार दिया जा रहा है। चाहे वो कोई बड़ा पत्रकार हो, मीडिया चैनल हो या कोई नेता, मैं सबके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा।” उन्होंने आगे कहा कि उनका नाम दाऊद से जोड़ने वाले सभी लोगों पर न केवल मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे बल्कि क्रिमिनल डिफेमेशन का केस भी दायर करेंगे।
मानखुर्द शिवाजी नगर से चुनाव लड़ रहे हैं नवाब मलिक
अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट की ओर से नवाब मलिक को मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। उनकी उम्मीदवारी आखिरी समय में फाइनल की गई थी। पहले मलिक ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन बाद में एनसीपी की ओर से एबी फॉर्म मिलने के बाद वह पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार बन गए और पार्टी के चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ पर चुनाव लड़ रहे हैं।
यह सीट राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और मलिक की उम्मीदवारी को लेकर एनसीपी के कई सहयोगी दलों में असंतोष देखा जा रहा है। महायुति गठबंधन के कुछ घटक दलों ने भी उनके चुनाव लड़ने का विरोध किया है। बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी मलिक के चुनाव लड़ने पर आपत्ति जताई है। फडणवीस का कहना है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपों का सामना कर रहे व्यक्ति को चुनाव में उतरने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी और जमानत
फरवरी 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। आरोप है कि उन्होंने मुंबई में एक संपत्ति सौदे में दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से संबंधित जमीन खरीदी थी। कहा जा रहा है कि यह सौदा काफी कम मूल्य पर किया गया था, जो कि मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत अवैध माना गया। हालांकि, इस मामले में मलिक ने अपना बचाव किया और अपने खिलाफ लगे आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया। वर्तमान में वह चिकित्सा आधार पर जमानत पर बाहर हैं।
चुनावी जंग की तैयारियां
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। एनसीपी के उम्मीदवार नवाब मलिक के खिलाफ बीजेपी और महायुति गठबंधन के उम्मीदवार कड़ा मुकाबला दे रहे हैं। मलिक के चुनाव में उतरने के कारण यह सीट और भी चर्चाओं में है। एनसीपी और अजित पवार गुट के लिए यह चुनावी लड़ाई महत्वपूर्ण है, खासकर तब जब महायुति गठबंधन और बीजेपी उनके खिलाफ खड़ी है।
राजनीतिक लाभ-हानि का खेल
नवाब मलिक का नाम दाऊद इब्राहिम के साथ जोड़ना राजनीतिक लाभ-हानि का एक हिस्सा हो सकता है। चुनावी मौसम में अक्सर विरोधी दल अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाते हैं ताकि उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। हालांकि, मलिक का यह बयान कि वह मानहानि का मुकदमा करेंगे, इस बात का संकेत देता है कि वे अपने विरोधियों को कानूनी रूप से चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।