
PRTC के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। आने वाले समय में PRTC के बेड़े में नई बसें शामिल की जाएंगी, जिससे परिवहन सेवा और बेहतर होगी। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यह निर्णय PRTC बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता चेयरमैन रणजोध सिंह हडाणा ने की।
नए बसों की प्रक्रिया शुरू
मीटिंग के दौरान चेयरमैन हडाणा ने अधिकारियों से कहा कि नई बसें शामिल करने की प्रक्रिया को तुरंत शुरू किया जाए। इससे यात्रियों को ज्यादा बसें उपलब्ध होंगी और ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
उन्होंने जुलाई 2023 से सितंबर 2023 और जुलाई 2024 से सितंबर 2024 के आंकड़ों की तुलना करते हुए बताया कि संस्था की वित्तीय स्थिति पहले से मजबूत हुई है। इसका फायदा अब यात्रियों और कर्मचारियों दोनों को मिलेगा।
मीटिंग में शामिल हुए कई अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में PRTC के एमडी बिक्रमजीत सिंह शेरगिल, एएमडी नवदीप कुमार, आरटीओ नमन मड़कन, डीसीएफए कुलदीप कौर, चरनजीत सिंह ढालीवाल, राजिंदर सिंह रिहाल, जीएम एडमिन रमण शर्मा और एक्सईएन जतिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भी मौजूद थे।
कर्मचारियों से जुड़ी कई घोषणाएं
मीटिंग के दौरान सुपरवाइजर अफसरों की कमी पर भी चर्चा की गई और इसके समाधान के लिए सुझाव मांगे गए। साथ ही विभाग में काम कर रही मानवशक्ति, ठेका आधार पर काम कर रहे ड्राइवरों और कंडक्टरों को मिलने वाले रात्रि भत्ते में बढ़ोतरी करने की बात कही गई।
इसके अलावा, जनवरी 2016 से जून 2021 तक के लिए रेगुलर कर्मचारियों व अधिकारियों की संशोधित वेतन एरियर पर भी चर्चा हुई। इसी के साथ, पेंशन और फैमिली पेंशन से जुड़े रुके हुए एरियर को जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश भी दिए गए।
कर्मचारियों के हित में बड़ा कदम
चेयरमैन हडाणा ने बताया कि हाल ही में PRTC की ओर से एक कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को 40 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। यह कदम इस बात का संकेत है कि PRTC न केवल सेवा सुधार की दिशा में काम कर रहा है बल्कि कर्मचारियों के हितों की रक्षा में भी गंभीर है।
PRTC द्वारा लिए गए यह नए फैसले निश्चित रूप से पंजाब में यात्रा करने वाले लोगों के लिए राहत भरे साबित होंगे। नई बसों की शुरुआत, कर्मचारियों को भत्तों में बढ़ोतरी, और रुके हुए भुगतान की बहाली जैसे कदम संस्था की सकारात्मक दिशा में प्रगति को दर्शाते हैं। इससे न केवल सेवा में सुधार होगा बल्कि कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ेगा।