
चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस मुख्यालय में बुधवार को पुलिस महानिदेशक (DGP) ने नव-निर्मित और उन्नत क्रेच का उद्घाटन किया। यह नई सुविधा पंजाब पुलिस के उन अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है, जो ड्यूटी पर रहते हुए अपने छोटे बच्चों की देखभाल को लेकर चिंतित रहते हैं।
इस क्रेच में अब 6 महीने से लेकर 10 साल तक की उम्र के 40 बच्चों को एक साथ रखा जा सकता है। खास बात यह है कि इस क्रेच की पूरी देखभाल एक प्रशिक्षित और समर्पित महिला स्टाफ की टीम कर रही है। बच्चों के लिए यहाँ न केवल एक सुरक्षित वातावरण बनाया गया है, बल्कि उनके मानसिक और शैक्षिक विकास को ध्यान में रखते हुए कई प्रकार की एक्टिविटीज़ और सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई हैं।
इस अवसर पर डीजीपी ने कहा, “हमारे जवान दिन-रात अपनी ड्यूटी निभाते हैं और कई बार उन्हें अपने परिवार और बच्चों से भी दूर रहना पड़ता है। यह क्रेच उनके परिवारों के लिए हमारी तरफ से एक छोटा सा प्रयास है, ताकि जब वे सेवा में हों, तो उनके बच्चे एक स्नेहपूर्ण और सुरक्षित माहौल में रह सकें।”
डीजीपी ने यह भी बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन ने इस प्रोजेक्ट में पूरा सहयोग दिया है और यह सुविधा अब पूरी तरह से चालू हो गई है। पुलिस मुख्यालय में यह क्रेच एक परिवार-मैत्रीपूर्ण कार्यस्थल की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। इससे कर्मचारियों के मन में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी और वे अधिक मन से अपनी ड्यूटी निभा सकेंगे।
पुलिस विभाग का यह मानना है कि उनके जवानों की सफलता के पीछे उनका परिवार भी एक बड़ा स्तंभ है। इसलिए यदि परिवार को उचित समर्थन और सुविधाएं दी जाएं, तो पूरे विभाग की कार्यक्षमता और मनोबल में भी बढ़ोतरी होती है।
पंजाब पुलिस का यह कदम न केवल महिला कर्मचारियों के लिए बल्कि सभी कर्मियों के परिवारों के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल है। अब अन्य विभाग भी इसी तरह की पारिवारिक सुविधाओं को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।