मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने राज्य के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर कोचिंग प्रदान करने के उद्देश्य से एक नई पहल शुरू की है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित यह आवासीय कोचिंग शिविर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एन.ई.ई.टी.) और आई.आई.टी./जे.ई.ई. जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए छात्रों को प्रशिक्षित करेगा।
शिविर की शुरुआत 8 दिसंबर से हुई है और यह 29 दिसंबर तक चलेगा। जालंधर और एस.ए.एस. नगर (मोहाली) के स्कूलों में आयोजित इस शिविर में 300-300 विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा। इन शिविरों का आयोजन राज्य स्तरीय स्तर पर किया गया है, ताकि उन विद्यार्थियों को लाभ मिल सके, जो पेशेवर कोचिंग संस्थानों तक नहीं पहुंच सकते।
विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण
स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जानकारी देते हुए बताया कि इस शिविर में ‘फिजिक्स वाला’ के विशेषज्ञ शिक्षक विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे। यह शिक्षक जे.ई.ई. मेन, जे.ई.ई. एडवांस्ड और एन.ई.ई.टी. जैसी कठिन परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष कोचिंग प्रदान करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को बुनियादी अवधारणाओं को समझने और गहन ज्ञान प्राप्त करने पर जोर दिया जाएगा।
शिविर का संचालन और गतिविधियां
इस शिविर में स्कूल ऑफ एमिनेंस और मेरिटोरियस स्कूलों के छात्र शामिल हैं। जे.ई.ई. के विद्यार्थियों के लिए शिविर 8 दिसंबर से शुरू हुआ है, जबकि एन.ई.ई.टी. के विद्यार्थियों का शिविर 15 दिसंबर से शुरू होगा। शिविर में सांस्कृतिक गतिविधियों, जैसे गिद्दा, भांगड़ा और पंजाबी बोलियों के माध्यम से पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित किया गया।
शिविर की दैनिक गतिविधियों की निगरानी जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे। इस प्रक्रिया में 80 से अधिक शिक्षा अधिकारियों की भागीदारी होगी। छात्रों को 21 दिनों के गहन प्रशिक्षण के दौरान प्रॉब्लम-सॉल्विंग सेशन का लाभ मिलेगा, जिससे वे जटिल समस्याओं को हल करने और परीक्षा की रणनीतियों में महारत हासिल कर सकेंगे।
शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने की पहल
कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि यह पहल राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के उद्देश्य से शुरू की गई है। उन्होंने छात्रों से इस मौके का पूरी मेहनत और लगन से लाभ उठाने की अपील की।
इस पहल के माध्यम से, पंजाब सरकार न केवल विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतर साधन उपलब्ध करा रही है, बल्कि राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत भी दे रही है।