राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार, 19 दिसंबर 2024 को हथियारों की तस्करी से जुड़े एक मामले में बिहार, नागालैंड, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 17 ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में बिहार में 12, नागालैंड में 3, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 स्थानों पर छापेमारी की गई। यह कार्रवाई पहले से गिरफ्तार और चार्जशीट दाखिल किए गए आरोपियों से जुड़े 15 संदिग्धों के ठिकानों पर हुई।
बरामदगी में मिले हथियार और डिजिटल उपकरण
एनआईए को इस छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और अन्य सामग्री बरामद हुई। इनमें 315 राइफल, 11 जिंदा कारतूस, 3 खाली कारतूस, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड समेत कई डिजिटल उपकरण शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाला सामान और उपकरण भी जब्त किए गए। एनआईए ने एक कार और करीब 14 लाख रुपए नकद भी बरामद किए।
हथियार तस्करी का नेटवर्क
एनआईए की जांच में सामने आया है कि यह मामला नागालैंड और पूर्वोत्तर राज्यों से प्रतिबंधित हथियारों की तस्करी से जुड़ा है। बिहार को इन हथियारों की तस्करी के लिए ट्रांजिट रूट और डेस्टिनेशन दोनों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी कई वर्षों से हथियारों की तस्करी में सक्रिय थे।
मामले का इतिहास
बिहार पुलिस ने 7 मई 2024 को मुजफ्फरपुर जिले के फकुली पुलिस स्टेशन में यह मामला दर्ज किया था। बाद में, 5 अगस्त 2024 को एनआईए ने इसकी जांच अपने हाथ में ले ली। इस मामले में विकास कुमार और सत्यम कुमार नाम के दो आरोपियों को विशेष टास्क फोर्स और मुजफ्फरपुर पुलिस ने अवैध रूप से खरीदी गई एके-47 के साथ गिरफ्तार किया था।
आरोपियों की संलिप्तता और पूछताछ
जांच में पता चला कि आरोपी विकास कुमार ने बिहार के गोपालगंज जिले से अहमद अंसारी नामक व्यक्ति से एके-47 खरीदी थी। बाद में उसने इसे मुजफ्फरपुर के देवमणि राय को सुरक्षित रखने के लिए सौंप दिया। पूछताछ के दौरान देवमणि ने पुलिस को उस स्थान पर ले जाकर हथियार और पांच राउंड गोला-बारूद बरामद कराया, जहां उन्हें छिपा कर रखा गया था।
जांच जारी
एनआईए इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनके सहयोगियों की तलाश कर रही है। शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह तस्करी लंबे समय से संचालित हो रही थी और इसके तार देश के अन्य हिस्सों से भी जुड़े हो सकते हैं।
एनआईए की इस कार्रवाई ने अवैध हथियारों की तस्करी पर बड़ा प्रहार किया है। एजेंसी आगे की जांच में जुटी है।