
पंजाब के लोगों को अब बोटिंग का आनंद लेने के लिए चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर या अन्य दूर-दराज़ के इलाकों में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। राज्य सरकार जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छह जिलों की नहरों में बोटिंग शुरू करने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत रूपनगर, होशियारपुर, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर और पटियाला को चुना गया है, जहां विभिन्न बांधों में बोटिंग सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक, राज्य में करीब छह नहरों को इस योजना में शामिल किया जा रहा है। पंजाब के पर्यटन और जल संसाधन विभाग ने इसके लिए एक फिज़िबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर ली है और जल्द ही इस पर काम शुरू होने की उम्मीद है।
बोटिंग पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
जल संसाधन मंत्री बरिंदर गोयल ने बताया कि पंजाब सरकार नहरों की पहचान कर रही है, जहां बोटिंग को सफलतापूर्वक संचालित किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हम इस योजना के लिए उपयुक्त स्थानों का चयन कर रहे हैं, जहां पर्यटकों को सुरक्षित और रोमांचक अनुभव दिया जा सके।”
इस योजना के तहत पहले टेंडर जारी किए जाएंगे, फिर आधुनिक और सुरक्षित बोट्स खरीदी जाएंगी। इससे राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा। मंत्री ने बताया कि सरकार बोटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने पर ध्यान दे रही है ताकि पंजाब देशभर के पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण केंद्र बन सके।
स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए नई सुविधा
सरकार की इस पहल से न केवल पंजाब के स्थानीय लोगों को मनोरंजन का नया साधन मिलेगा, बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक नया रोमांचक अनुभव होगा। अब तक राज्य में बोटिंग जैसी कोई प्रमुख सुविधा उपलब्ध नहीं थी, जिससे पर्यटकों को अन्य राज्यों का रुख करना पड़ता था। लेकिन इस नई योजना से पंजाब को पर्यटन के नक्शे पर एक नई पहचान मिलेगी।
सुरक्षा होगी प्राथमिकता
बोटिंग शुरू करने से पहले सरकार सुरक्षा मानकों पर खास ध्यान देगी। हर नहर और बांध पर आवश्यक सुविधाओं को अपग्रेड किया जाएगा ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके। लाइफ जैकेट्स, प्रशिक्षित गाइड और आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे यह योजना पूरी तरह से सुरक्षित हो।
पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा
बोटिंग परियोजना से स्थानीय युवाओं को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही छोटे व्यापारियों, होटल व्यवसायियों और स्थानीय कारीगरों को भी लाभ होगा। पंजाब सरकार का मानना है कि यह पहल राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और स्थानीय व्यवसाय को मज़बूती देने में मदद करेगी।
जल्द होगी आधिकारिक घोषणा
जल संसाधन विभाग जल्द ही इस योजना को अंतिम रूप देकर टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। सरकार को उम्मीद है कि इस योजना के पूरा होने से पंजाब जल पर्यटन का एक बड़ा केंद्र बनेगा और राज्य की सुंदर नहरें सिर्फ सिंचाई के लिए ही नहीं, बल्कि मनोरंजन और पर्यटन के लिए भी पहचानी जाएंगी।