लुधियाणा में एक नया सरकारी मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहा है, जो इस क्षेत्र में मेडिकल शिक्षा और शोध को एक महत्वपूर्ण दिशा देगा। यह लुधियाणा शहर की पहली सार्वजनिक मेडिकल संस्थान होगी। वर्तमान में इस क्षेत्र में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (CMC) और दयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (DMC) जैसे निजी संस्थान हैं। अब कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) द्वारा देशभर में 10 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की मंजूरी दी गई है, जिसमें लुधियाणा भी शामिल है।
नई मेडिकल कॉलेज की विशेषताएँ
संविधान सभा सदस्य (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने शुक्रवार को जानकारी दी कि यह नया कॉलेज केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय के अधीन कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) द्वारा स्थापित किया जाएगा। इस कॉलेज में शुरुआती तौर पर MBBS ग्रेजुएट्स के लिए 50 सीटों की पेशकश की जाएगी। उन्होंने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कॉलेज कैंपस के लिए 10 एकड़ जमीन आवंटित करने की सहमति दी है, और यह कॉलेज अगले शैक्षणिक वर्ष तक कार्य शुरू कर सकता है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में हाल ही में हुई बैठक में इस परियोजना के लिए लुधियाणा नगर निगम के कमिश्नर के साथ सलाह-मशविरा किया गया, और उन्हें उपयुक्त भूमि की पहचान करने का कार्य सौंपा गया था। अरोड़ा ने बताया कि ESIC ने 20 एकड़ भूमि की मांग की थी, लेकिन राज्य सरकार ने प्रारंभिक रूप से 10 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। अगर जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त भूमि भी आवंटित की जाएगी।
ESIC मॉडल हॉस्पिटल से जुड़ा होगा कॉलेज
अरोड़ा ने यह भी बताया कि कॉलेज कैंपस ESIC मॉडल अस्पताल के पास स्थित होगा, ताकि दोनों संस्थानों के बीच संसाधनों का साझा इस्तेमाल किया जा सके। ESIC मॉडल अस्पताल में पहले से प्रसूति, गायनेकोलॉजी और बाल रोगों में द्वितीयक देखभाल और शिक्षण सुविधाएं दी जा रही हैं, और अब इसे सामान्य सर्जरी और अन्य चिकित्सा विभागों में भी शैक्षिक सेवाओं का विस्तार करने की उम्मीद है।
नई मेडिकल कॉलेज के निर्माण के विभिन्न चरणों के तहत, पहले वर्ष के MBBS कोर्स के लिए जरूरी अकादमिक ब्लॉक, उपकरण और बुनियादी ढांचे की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। अस्पताल की चौथी मंजिल को अस्थायी अकादमिक ब्लॉक के रूप में उपयोग किया जाएगा, जिसमें पांच प्रयोगशालाएं, एक डिस्कशन हॉल और एक लेक्चर थिएटर होगा। इसके अलावा, लाइब्रेरी का विस्तार और फैकल्टी कार्यालयों और अध्ययन कक्षों के लिए जगह बनाने की योजना भी बनाई जा रही है।
भविष्य में विस्तार की योजना
अरोड़ा ने बताया कि कॉलेज कैंपस के पूर्ण होने तक, अकादमिक ब्लॉक के लिए एक नई पांच मंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा, जिसे पुराने ढांचे की जगह स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही स्टाफ रेजिडेंसी और छात्र हॉस्टल का निर्माण भी राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाएगा।
मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि
अरोड़ा ने यह भी कहा कि इस नए ESIC मेडिकल कॉलेज की स्थापना से न केवल लुधियाणा शहर के लिए, बल्कि पूरे पंजाब राज्य के लिए भी मेडिकल सीटों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे राज्य में डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मियों की कमी को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि इस कदम से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की प्रणाली को और मजबूत किया जाएगा और अधिक मेडिकल पेशेवर तैयार होंगे।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लुधियाणा में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना न केवल शहर के लोगों के लिए, बल्कि पूरे पंजाब के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी, और इससे मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आएगी।