26 दिसंबर को सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की वायदा कीमत 0.48% की वृद्धि के साथ 76,634 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। वहीं, चांदी की कीमत में भी 0.38% की बढ़ोतरी हुई और यह 89,669 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई। यह तेजी बाजार में निवेशकों की ओर से बढ़ती मांग और वैश्विक कारकों के कारण आई है।
सोना 100 रुपये और चांदी 500 रुपये मजबूत
इससे पहले मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत में गिरावट देखी गई थी। उस दिन सोने की कीमत 100 रुपये की गिरावट के साथ 78,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थी। ऑल इंडिया बुलियन एसोसिएशन के अनुसार, सोमवार को सोने की कीमत 78,700 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। हालांकि, मंगलवार को चांदी की कीमत में 500 रुपये की तेजी आई, जिससे यह 90,500 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत में गिरावट
मंगलवार को 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई। यह 100 रुपये की गिरावट के साथ 78,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई थी। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि हालिया गिरावट और बढ़ोतरी वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव, डॉलर की स्थिति और निवेशकों की रणनीति का परिणाम है।
वैश्विक कारकों का प्रभाव
दुनियाभर में सोने और चांदी की कीमतें ज्यादातर आर्थिक अनिश्चितताओं, केंद्रीय बैंकों की नीतियों और डॉलर की मजबूती या कमजोरी पर निर्भर करती हैं। साल के अंत में छुट्टियों के मौसम और अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ने से इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।
निवेशकों के लिए संकेत
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने और चांदी में निवेश करने वाले लोगों को वर्तमान बढ़ोतरी और बाजार की चाल को देखते हुए सतर्क रहना चाहिए। सोने और चांदी को दीर्घकालिक निवेश के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है, लेकिन शॉर्ट-टर्म उतार-चढ़ाव के चलते सही समय पर निवेश और निकासी का निर्णय लेना महत्वपूर्ण है।
बाजार के जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में और भी बदलाव हो सकता है। निवेशकों को वैश्विक घटनाक्रम और बाजार के संकेतों पर नज़र बनाए रखनी चाहिए।