पंजाब के मोहाली जिले के सोहाना गांव में शनिवार को एक चार मंजिला इमारत ढहने से बड़ा हादसा हुआ। इमारत के मलबे में पांच लोग दब गए, जिनमें तीन लड़के और दो लड़कियां शामिल थीं। इनमें से एक लड़की, दृष्टि वर्मा (20), को मलबे से निकाला गया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उसकी अस्पताल में मौत हो गई। दृष्टि वर्मा हिमाचल प्रदेश के ठियोग की रहने वाली थी।
गंभीर चोटों के कारण दृष्टि की मौत
मोहाली के कार्यवाहक उपायुक्त विराज एस तिड़के ने बताया कि दृष्टि वर्मा को गंभीर हालत में बचाया गया था और तत्काल सोहाना अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, गंभीर चोटों के कारण डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा सके। अन्य चार लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं, और बचाव कार्य लगातार जारी है।
इमारत के मालिकों पर मामला दर्ज
मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दीपक पारीक ने बताया कि इमारत ढहने के मामले में मालिकों परविंदर सिंह और गगनदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इमारत के पास एक खाली प्लॉट में खुदाई चल रही थी, जिसे इस हादसे का संभावित कारण बताया गया है।
बचाव अभियान और राहत कार्य
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और स्थानीय प्रशासन ने संयुक्त रूप से राहत और बचाव कार्य शुरू किया। मलबा हटाने के लिए कई उत्खनन मशीनें लगाई गईं। राहत कार्यों के लिए एम्बुलेंस और चिकित्सा टीमों को मौके पर तैनात किया गया। प्रशासन ने शहर के सभी प्रमुख अस्पतालों, जैसे फोर्टिस, मैक्स और सिविल अस्पताल, को अलर्ट पर रखा।
हादसे की संभावित वजह
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इमारत के पास खाली प्लॉट में चल रही गहरी खुदाई इस दुर्घटना का मुख्य कारण हो सकती है। खुदाई के चलते इमारत की नींव कमजोर हो गई, जिससे यह हादसा हुआ।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रशासन ने कहा है कि यदि किसी को यह संदेह हो कि उनके परिवार के सदस्य मलबे में फंसे हो सकते हैं, तो वे जिला नियंत्रण कक्ष नंबर 0172-2219506 पर संपर्क कर सकते हैं।
आगे की कार्रवाई
घटना की जांच के लिए एक विशेष समिति बनाई गई है। इमारत के मालिकों की जिम्मेदारी तय की जा रही है, और इस हादसे के लिए दोषियों को सजा देने का वादा किया गया है। इस दुर्घटना ने भवन निर्माण में सुरक्षा मानकों और निगरानी की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।