
ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध के हालात के बीच भारत सरकार ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। ‘ऑपरेशन सिंधु’ नाम के विशेष अभियान के तहत ईरान में फंसे 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्वदेश लाया गया है। ये सभी छात्र अब दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच चुके हैं।
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कौन हैं ये छात्र?
इनमें से ज़्यादातर छात्र जम्मू और कश्मीर के रहने वाले हैं। ये छात्र ईरान की उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे। जब युद्ध की स्थिति बिगड़ी, तो उनके परिवार वालों की चिंता बढ़ गई थी। लेकिन भारत सरकार की पहल से सभी छात्र सकुशल घर लौट आए।
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कैसी रही इनकी यात्रा?
छात्रों को पहले सड़क मार्ग से ईरान के उत्तरी इलाके से निकाला गया और आर्मेनिया की राजधानी येरेवान पहुंचाया गया। इसके बाद उन्हें दोहा होते हुए दिल्ली लाया गया।
हालांकि, उनकी फ्लाइट लगभग 3 घंटे देरी से दिल्ली पहुंची, लेकिन जब वे भारतीय ज़मीन पर उतरे तो उनके चेहरे पर राहत और खुशी साफ झलक रही थी।
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क्या है ऑपरेशन सिंधु?
भारत सरकार ने इन छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए “ऑपरेशन सिंधु” शुरू किया है।
यह ऑपरेशन ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए चलाया गया है।
17 जून को इसका पहला चरण शुरू हुआ, जिसमें 110 छात्रों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।
भारत सरकार ने इस मिशन में ईरान और आर्मेनिया की सरकारों का भी आभार जताया, जिन्होंने मदद और सहयोग दिया।
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दूतावास की भूमिका
ईरान में हालात बिगड़ते देख, भारत का दूतावास लगातार निगरानी कर रहा है और भारतीय नागरिकों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर रहा है।
दूतावास ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर, व्हाट्सएप हेल्पलाइन और ईमेल आईडी भी जारी किए हैं ताकि ज़रूरतमंद भारतीय समय पर संपर्क कर सकें।
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युद्ध की गंभीर स्थिति
ईरान और इजरायल के बीच युद्ध दिनों-दिन और भी खतरनाक होता जा रहा है।
हाल ही में इजरायल ने दावा किया कि उसने 50 फाइटर जेट्स के ज़रिए ईरान में हमला किया।
इसके जवाब में ईरान ने ड्रोन से इजरायल पर हमला किया।
ऐसे माहौल में वहां फंसे नागरिकों को निकालना आसान नहीं था, लेकिन भारतीय एजेंसियों ने यह काम बखूबी किया।
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छात्रों और परिवारों की राहत
दिल्ली पहुंचते ही छात्रों ने भारत सरकार और दूतावास का शुक्रिया अदा किया।
कई छात्रों के परिजन एयरपोर्ट पर उन्हें लेने पहुंचे थे।
भावुक माहौल में जब वे एक-दूसरे से मिले, तो सभी के चेहरों पर सुकून और संतोष दिखाई दिया।
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क्या आगे भी रेस्क्यू जारी रहेगा?
जी हां, ‘ऑपरेशन सिंधु’ अभी खत्म नहीं हुआ है।
भारत सरकार आगे भी ईरान के अन्य हिस्सों में फंसे नागरिकों को वापस लाने की कोशिश कर रही है।
दूतावास की टीमें हर समय स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
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जहां एक ओर दुनिया युद्ध की चपेट में है, वहीं भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखकर काम कर रहा है।
‘ऑपरेशन सिंधु’ न सिर्फ एक मिशन है, बल्कि यह भारत के संकल्प और मानवीय मूल्यों की मिसाल है।
“जहां कहीं भी हो, भारत अपने नागरिकों को कभी अकेला नहीं छोड़ता।”