
भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त हमला किया है। इस ऑपरेशन सिंदूर के तहत जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार को भी निशाना बनाया गया। जानकारी के मुताबिक, इस कार्रवाई में मसूद अजहर के 14 परिजन मारे गए हैं, जिनमें उसकी बहन और कई अन्य करीबी रिश्तेदार शामिल हैं।
मसूद अजहर की भावुक चिट्ठी
इस हमले के बाद मसूद अजहर ने एक चिट्ठी जारी की, जिसमें उसने लिखा, “काश मैं भी इस हमले में मारा जाता।” जैश-ए-मोहम्मद के इस मोस्ट वांटेड आतंकी ने अपने संगठन के माध्यम से हमले की पुष्टि की और बताया कि उसका परिवार इस हमले में बुरी तरह से तबाह हो गया।
बहावलपुर में तबाही
भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में स्थित आतंकी अड्डों को भी पूरी तरह से तबाह कर दिया। इन्हीं ठिकानों में से एक सुभान अल्लाह परिसर था, जो जैश-ए-मोहम्मद का एक बड़ा ट्रेनिंग सेंटर माना जाता है। यही वह जगह थी, जहां 2008 के मुंबई हमलों के आतंकी अजमल कसाब और डेविड हेडली को ट्रेनिंग दी गई थी।
मारे गए रिश्तेदार
जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से बयान जारी कर बताया गया कि मौलाना कशफ का पूरा परिवार, मसूद अजहर की बड़ी बहन, और मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां इस हमले में मारे गए हैं। बाजी सादिया के पति और बेटी के चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं। अधिकांश मारे गए लोग महिलाएं और बच्चे थे। संगठन ने बताया कि सभी मृतकों को 7 मई को ही दफनाया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर की बड़ी सफलता
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके के 9 ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें पंजाब के 4 और पीओके के 5 कैंप शामिल थे। भारतीय वायुसेना, थल सेना और नौसेना ने मिलकर इस मिशन को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन की खास बात यह रही कि यह 25 मिनट के भीतर पूरा कर लिया गया और इसमें सटीक निशाने साधे गए।
हमले के सबूत पेश
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हमले से जुड़ी वीडियो फुटेज और सबूत पेश किए। उन्होंने बताया कि मारी गई जगहों में मुरीदके का ठिकाना भी शामिल था, जहां पहले आतंकी ट्रेनिंग कैंप्स चलाए जाते थे। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ एक बदले की कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत का आतंक के खिलाफ स्पष्ट संदेश है।
मसूद अजहर के करीबी भी मारे गए
बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, अजहर के तीन करीबी सहयोगी, उसकी मां और एक पुराना साथी भी इस कार्रवाई में मारा गया है। यह भारतीय सेना की उन तमाम कोशिशों का हिस्सा है, जो आतंक के मूल स्रोतों को खत्म करने के लिए लगातार की जा रही हैं।
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य रणनीति और राजनीतिक दृढ़ता का प्रतीक बन गया है। मसूद अजहर जैसे आतंकी के परिवार को निशाना बनाकर भारत ने न सिर्फ आतंक के खिलाफ निर्णायक रुख अपनाया है, बल्कि ये संदेश भी दिया है कि अब भारत सिर्फ बात नहीं करेगा, सीधे कार्रवाई करेगा। भारत की जनता इस कार्रवाई से गर्व महसूस कर रही है और यह साबित हो गया है कि अब आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।