पंजाब राज्य चुनाव आयुक्त राज कमल चौधरी ने आगामी नगर निगम चुनावों के लिए सुरक्षा प्रबंधों पर समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में गृह सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह, विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला, और राज्य चुनाव आयोग के सचिव जगजीत सिंह उपस्थित थे। चुनावों के दौरान 5 नगर निगमों, 44 नगर परिषदों/नगर पंचायतों, और नगर परिषदों के 43 वार्डों के साथ अन्य नगर निगमों के 6 वार्डों में उपचुनाव कराए जाएंगे।
चुनावों के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था
- कुल 1609 मतदान केंद्रों और 3717 मतदान बूथों की पहचान की गई है। इनमें से 344 केंद्रों को “अति संवेदनशील” और 665 केंद्रों को “संवेदनशील” घोषित किया गया है।
- सभी बूथों पर सुरक्षा मानकों के अनुसार पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
- 20,486 पुलिसकर्मी और होमगार्ड जवान सुरक्षा के लिए नियुक्त होंगे।
- 500 पेट्रोलिंग पार्टियां और 283 स्ट्राइकिंग रिजर्व टीमें 24 घंटे निगरानी और संकट की स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए तैनात रहेंगी।
अवैध गतिविधियों पर सख्ती
चुनाव प्रक्रिया के दौरान अवैध शराब, नकदी, मादक पदार्थ, और समाज विरोधी तत्वों की आवाजाही को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं:
- 74 सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस नाके
- 87 अंतरराज्यीय नाके
- 257 अंतर-जिला नाके
सभी नाकों पर दिन-रात जांच की जाएगी।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला की देखरेख में निगरानी
- विशेष डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) अर्पित शुक्ला को इन चुनावों के दौरान सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- मतदान की तारीख से 3 दिन पहले तक असामाजिक तत्वों के राज्य में प्रवेश पर रोक लगाने और मादक पदार्थों की तस्करी या वितरण रोकने के लिए सख्त निगरानी होगी।
- वाहनों की चेकिंग सुनिश्चित की जाएगी।
अधिकारी बैठक के प्रमुख बिंदु
इस समीक्षा बैठक में गृह सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह, विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला, और राज्य चुनाव आयोग के सचिव जगजीत सिंह ने भाग लिया। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा प्रबंधन की रणनीति बनाई।
पंजाब सरकार और राज्य चुनाव आयोग ने आगामी नगर निगम चुनावों को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। अति संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान और पुलिस बल की तैनाती इस बात का प्रमाण है कि राज्य प्रशासन निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है।