
पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर दुख व्यक्त करते हुए इस हमले के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि सुरक्षा व्यवस्थाओं में घोर लापरवाही के कारण यह घटना घटित हुई। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिनमें भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे।
सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही
कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर में हथियारबंद बलों की तैनाती की गई थी, तब वहां सुरक्षा की स्थिति सही क्यों नहीं थी, जहां हर रोज़ हजारों पर्यटक आते हैं। उनका मानना था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वे इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए दावा करते हैं कि सुरक्षा व्यवस्थाओं में इस प्रकार की लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने की कोशिश
विधानसभा स्पीकर संधवां ने राष्ट्रीय मीडिया को निशाने पर लिया और कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को धर्म से जोड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता और वे सिर्फ और सिर्फ देश में हिंसा फैलाने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। उनका मानना था कि इस तरह की घटनाओं से देश में धार्मिक तनाव और हिंसा फैलाने की कोशिश की जाती है, जिसे हमें समझने की जरूरत है।
देश में शांति और भाईचारे की आवश्यकता
संधवां ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव कोई नई बात नहीं है, और ऐसे माहौल में हमें अपने देश में शांति और भाईचारा बनाए रखना चाहिए। हमें आपसी सौहार्द और एकता को बनाए रखना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं का प्रभाव देश की अखंडता पर न पड़े।
फरीदकोट में नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम में भागीदारी
इस बीच, कुलतार सिंह संधवां फरीदकोट के दसमेेश डेंटल कॉलेज में आयोजित जिला प्रशासन द्वारा नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में उन्होंने नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक किया और जिले के विभिन्न हिस्सों में हो रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए सरकार से और अधिक प्रयास करने की अपील की।
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पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद कुलतार सिंह संधवां ने सुरक्षा व्यवस्था की आलोचना की।
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उन्होंने केंद्र सरकार को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया और गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की।
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संधवां ने आतंकवाद को धार्मिक घृणा से जोड़ने की कोशिश को गलत बताया और शांति तथा भाईचारे की आवश्यकता पर बल दिया।
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फरीदकोट में नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम में भी भाग लिया और विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
कुलतार सिंह संधवां ने एक मजबूत संदेश दिया कि आतंकवाद और हिंसा का कोई धर्म नहीं होता, और हमें अपने देश में शांति बनाए रखने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए।