
ऑपरेशन सिंदूर के चलते पाकिस्तान इतना घबरा गया है कि अब वह आम नागरिकों की भी परवाह नहीं कर रहा। 9 मई 2025 को भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने हमला करने के लिए आम नागरिक विमानों को ढाल बनाया। उसने दमम (सऊदी अरब) से लाहौर (पाकिस्तान) के बीच फ्लाइट्स जारी रखीं, जबकि उस समय वह भारत पर जबरदस्त ड्रोन हमले कर रहा था।
कर्नल सोफिया ने कहा कि पाकिस्तान की इस हरकत से हजारों यात्रियों की जान खतरे में पड़ी। इसके बावजूद भारत ने बहुत संयम बरता और यह सुनिश्चित किया कि किसी भी नागरिक विमान को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने एक तस्वीर भी दिखाई जिसमें दमम से लाहौर तक की उड़ान की पूरी जानकारी, उसका समय और रूट दर्शाया गया था।
गुरुवार को पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत का शक्तिशाली एयर डिफेंस सिस्टम S-400 पूरी तरह सतर्क था और सभी हमलों को नाकाम कर दिया गया।
गुरुवार रात को पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की योजना बनाई थी। कर्नल सोफिया ने बताया कि सीमा पर 300 से 400 ड्रोन भेजे गए थे। ये ड्रोन तुर्की में बनाए गए थे और इनका मकसद भारत की सीमा में अंदर तक आकर नुकसान पहुंचाना था। लेकिन भारतीय सेना की तैयारी से यह कोशिश पूरी तरह नाकाम रही।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए न सिर्फ नागरिक विमानों को ढाल बनाया, बल्कि भारतीय वायु क्षेत्र में कई बार जबरन घुसपैठ की। इसके अलावा नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी हथियारों से फायरिंग की गई और 36 से ज्यादा जगहों पर ड्रोन भेजे गए।
कर्नल सोफिया ने बताया कि भारत ने सुरक्षा के लिहाज से अपने हवाई क्षेत्र को नागरिक विमानों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया, ताकि कोई आम आदमी इसकी चपेट में न आए। इसके विपरीत, पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस को खुला रखा, जहां से लाहौर और कराची जैसे बड़े शहरों में उड़ानें जारी थीं।
उन्होंने एक उदाहरण दिया कि गुरुवार को शाम 5:50 बजे दमम से एक फ्लाइट उड़ी और रात 9:10 बजे लाहौर पहुंची, जबकि उस समय पाकिस्तान भारतीय ठिकानों पर हमला कर रहा था। इस दौरान भारत ने कोई ऐसा कदम नहीं उठाया जिससे नागरिकों की जान को खतरा हो।
इसके साथ ही कर्नल ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के तंगधार, पुंछ, उरी, राजौरी, मेंढर, अखनूर और उधमपुर में भारी गोलीबारी की और ड्रोन से हमला किया। इससे कुछ भारतीय जवान हताहत हुए और कई घायल भी हुए। लेकिन भारतीय सेना ने कड़ा जवाब दिया और पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया।
इस पूरी स्थिति में भारत ने संयम और विवेक से काम लिया, जबकि पाकिस्तान की हरकतों ने उसकी बौखलाहट और गैर-जिम्मेदाराना रवैए को साफ कर दिया है।