
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार (27 अप्रैल) को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के अध्यक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक में लिए गए अहम फैसलों के बारे में जानकारी दी। यह बैठक भारत द्वारा सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty – IWT) को निलंबित करने के बाद बुलाई गई थी। भारत ने यह फैसला पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में लिया था।
शहबाज शरीफ का ‘फॉल्स फ्लैग’ ऑपरेशन वाला दावा
मुलाकात के दौरान शहबाज शरीफ ने दावा किया कि पहलगाम हमला एक ‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’ था। यानी यह आरोप लगाया कि हमला भारत ने खुद ही कराया ताकि क्षेत्र में अशांति फैलाई जा सके। शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत के इस कदम से दोनों देशों के बीच युद्ध का खतरा और बढ़ गया है। इस बैठक में पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी मौजूद थीं।
पाकिस्तान की शांति की बात
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान शांति का पक्षधर है, लेकिन अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान किसी भी हालात का सामना करने के लिए तैयार है। ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक, पीएमएल-एन के सूत्रों ने बताया कि नवाज शरीफ बातचीत के जरिए भारत के साथ समस्याओं का समाधान चाहते हैं। नवाज का मानना है कि आक्रामक नीति से हालात और बिगड़ सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय आयोग बनाने का प्रस्ताव
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस हमले की निष्पक्ष जांच के लिए एक अंतरराष्ट्रीय आयोग बनाने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन, रूस, ईरान और ब्रिटेन के अधिकारी मिलकर इस घटना की जांच कर सकते हैं। ख्वाजा आसिफ ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान हर तरह से सहयोग करेगा ताकि सच दुनिया के सामने आ सके। साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर भारत कोई उकसाने वाली कार्रवाई करेगा, तो पाकिस्तान भी जवाब देने में पीछे नहीं रहेगा।
आगे का रास्ता
फिलहाल दोनों देशों के बीच माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है। पाकिस्तान एक तरफ शांति की बात कर रहा है, तो दूसरी ओर भारत ने पहलगाम हमले के बाद सख्त कदम उठाए हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में इस विवाद का हल बातचीत से निकलता है या तनाव और बढ़ता है।