पटना के निवासियों के लिए एक अच्छी खबर है। उन्हें मेट्रो में सफर करने के लिए अब केवल 241 दिनों का इंतजार करना होगा। बिहार सरकार ने 15 अगस्त 2025 को पटना मेट्रो रेल परियोजना का शुभारंभ करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य के लिए जमीन अधिग्रहण और निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा रही है।
सोमवार, 16 दिसंबर 2024 को पटना के जिलाधिकारी (डीएम) चंद्रशेखर सिंह ने मेट्रो परियोजना की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पटना मेट्रो रेल डिपो के निर्माण के लिए रानीपुर और पहाड़ी मौजा क्षेत्रों में 82 प्लॉटों पर कुल 75.945 एकड़ भूमि का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत 268 भूस्वामियों को कुल 255.93 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जा चुका है। इसके अलावा, प्रावधानों के अनुसार 124.72 करोड़ रुपये की राशि प्राधिकरण के पास जमा कराई जा चुकी है। डीएम ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि शेष भूस्वामियों को भी मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
मीठापुर वायडक्ट स्टेशन के निर्माण की प्रगति पर चर्चा करते हुए डीएम ने कहा कि इस परियोजना में अब किसी प्रकार की समस्या नहीं है। अधिग्रहित भूमि पर बने ढांचों को 29 जुलाई 2024 को पूरी तरह हटा दिया गया था। इसके अलावा, पहाड़ी मौजा क्षेत्र में बनने वाले नए आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन के लिए भूमि मालिकों को 100 प्रतिशत मुआवजा भुगतान किया जा चुका है। इस भूमि का कब्जा पहले ही संबंधित विभाग को सौंपा जा चुका है।
बैठक के दौरान पटना मेट्रो परियोजना के विभिन्न पहलुओं और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि मेट्रो परियोजना के सिविल कार्य की प्रगति संतोषजनक है और इसे तय समय सीमा के भीतर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की देरी न हो और सभी लंबित मुद्दों का त्वरित समाधान किया जाए।
पटना मेट्रो परियोजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को सौंपी गई है। पैकेज-3 के तहत पटना में कुल छह भूमिगत मेट्रो स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है। इन स्टेशनों के निर्माण के लिए व्यापक स्तर पर इंजीनियरिंग कार्य जारी है।
गौरतलब है कि पटना मेट्रो परियोजना बिहार की राजधानी में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह परियोजना न केवल लोगों को सुगम और आरामदायक परिवहन सेवा प्रदान करेगी, बल्कि शहर के विकास में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देगी। पटना मेट्रो की शुरुआत से शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आने की उम्मीद है।
बिहार सरकार की मेट्रो परियोजना पटना वासियों के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगी। मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद शहर में यातायात का दबाव कम होगा और पर्यावरण प्रदूषण में भी सुधार होगा। इसके साथ ही, मेट्रो स्टेशन और अन्य सुविधाएं पटना की अधोसंरचना को आधुनिक स्वरूप प्रदान करेंगी।
जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने अधिकारियों से कहा कि समयबद्धता और गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए मेट्रो परियोजना के कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। पटना मेट्रो का संचालन 15 अगस्त 2025 से शुरू करने के लिए प्रशासनिक और तकनीकी टीम पूरी लगन के साथ कार्यरत है। यह परियोजना न केवल शहरवासियों के लिए एक बड़ी राहत होगी बल्कि बिहार की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगी।