
पंजाब सरकार लगातार राज्य के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसी कड़ी में लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने मंगलवार को तरनतारन जिले में दो बड़े पुलों के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। ये पुल श्री अमृतसर साहिब और तरनतारन के बीच यातायात को आसान और सुगम बनाएंगे।
मंत्री ने पहले कक्का कंडियाला रेलवे लाइन (A-25 रेलवे लाइन) पर बन रहे चौमुखी रेलवे ओवरब्रिज का दौरा किया। उन्होंने जानकारी दी कि इस पुल का करीब 31 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। पहले इस पुल को जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन अब इसे दिसंबर 2025 तक हर हाल में पूरा किया जाएगा, ताकि लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
इस निरीक्षण के दौरान तरनतारन से विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल भी मंत्री के साथ मौजूद थे। मंत्री ने निर्माण कर रही एजेंसी को सख्त निर्देश दिए कि काम में तेजी लाई जाए और गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए।
इसके बाद मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने अमृतसर के सुल्तानविंड गांव में उस पुल का भी निरीक्षण किया जो सुल्तानविंड से तरनतारन साहिब की ओर जाने वाले रास्ते पर बन रहा है। यह पुल खासतौर पर उस क्षेत्र के लिए जरूरी है जहां अक्सर लंबा ट्रैफिक जाम लगता है।
इस मौके पर अमृतसर दक्षिण से विधायक डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर भी उपस्थित थे। मंत्री ने बताया कि इस पुल के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने 34.20 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी, लेकिन सरकार इसे मात्र 22.68 करोड़ रुपये में पूरा कर रही है। इससे करीब 11.52 करोड़ रुपये की बचत होगी, जो राज्य के लिए बड़ी बात है।
इन दोनों पुलों के बन जाने से न केवल आम लोगों को बल्कि लाखों श्रद्धालुओं को भी लाभ मिलेगा जो श्री दरबार साहिब अमृतसर और तरनतारन में मत्था टेकने आते हैं। ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलने के साथ-साथ, आसपास की कॉलोनियों और गांवों के लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
सरकार का यह कदम पंजाब में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने की दिशा में एक अहम प्रयास माना जा रहा है। आने वाले समय में ये पुल राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।