ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहुंचते ही भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपनी धारदार गेंदबाजी से कंगारू बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। पर्थ में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में बुमराह ने पहले दिन से ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी पर अपना दबदबा कायम कर लिया। हालांकि, भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और पहली पारी में टीम महज 150 रनों पर ढेर हो गई। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने इस स्कोर को भी ऑस्ट्रेलिया के लिए पहाड़ साबित कर दिया।
पहले दिन बुमराह का जलवा
पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की टीम जब बल्लेबाजी करने उतरी तो जसप्रीत बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से उनके टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 67 रन बनाए थे। बुमराह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया।
दूसरे दिन 5 विकेट हॉल का कारनामा
दूसरे दिन की शुरुआत होते ही बुमराह ने एलेक्स कैरी को पवेलियन भेजकर टेस्ट क्रिकेट में 11वीं बार 5 विकेट लेने का बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया। इस उपलब्धि के साथ ही बुमराह ने भारत के पूर्व दिग्गज गेंदबाज जहीर खान और इशांत शर्मा की बराबरी कर ली, जिन्होंने भी टेस्ट क्रिकेट में 11 बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया था।
SENA देशों में कपिल देव की बराबरी
जसप्रीत बुमराह ने SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देशों में 7वीं बार टेस्ट की एक पारी में 5 विकेट लेकर कपिल देव के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। कपिल देव ने भी इन देशों में 7 बार 5 विकेट हॉल का रिकॉर्ड बनाया था। बुमराह का यह प्रदर्शन उनकी निरंतरता और विश्व स्तरीय कौशल का प्रमाण है।
वसीम अकरम का रिकॉर्ड टूटा
एलेक्स कैरी को आउट करते ही बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एशियाई तेज गेंदबाज बनने का गौरव प्राप्त किया। उन्होंने इस दौरान पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1990 के बाद से ऑस्ट्रेलिया में 36 विकेट लिए थे। बुमराह ने कैरी का विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया में अपना 37वां शिकार किया और इतिहास रच दिया।
भारतीय गेंदबाजी का शानदार प्रदर्शन
150 रनों के मामूली स्कोर का बचाव करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया। जहां मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने दबाव बनाया, वहीं बुमराह ने अपने अनुभव और गति का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
जसप्रीत बुमराह का यह प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए गौरवशाली पल है। उनकी धारदार गेंदबाजी ने भारत को मैच में मजबूत स्थिति में ला दिया है। बुमराह का यह फॉर्म भारत के लिए पूरी सीरीज में निर्णायक साबित हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के लिए बुमराह की चुनौती को पार करना आसान नहीं होगा।